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कोरोना मरीजों के लिये होम आइसोलेशन की नई एडवाइजरी

होशंगाबाद (मध्यप्रदेश)। देश-प्रदेश के साथ-साथ जिले में लगातार बढ़ रहे संक्रमितों के आंकड़ों के बाद, और मरीजों को संस्थागत क्वारेंटाइन में आने वाली समस्या को ध्यान में रखते हुए सरकार ने होम आइसोलेशन की गाइडलाइन में बदलाव किया है। लक्षण रहित कोरोना पॉजिटिव मरीज जिनकी संख्या काफी अधिक रहती है, अपनी रिपोर्ट आने के बाद से ही घर पर रहकर ही अपना इलाज करा सकेंगे। साथ ही उनको घर पर चिकित्सीय सहायता भी मिलेगी।

होम आइसोलेशन पात्रता
लक्षण रहित या, अति मंद लक्षण वाले कोविड-19 संक्रमित व्यक्ति जिनकी उम्र 60 वर्ष से कम है, एवं जिन्हें पूर्व से हाइपरटेंशन, डायबिटीज, हृदय रोग, लंग्स, लीवर, किडनी, एचआईवी, ट्रांसप्लांट केस, कैंसर, जैसी कोई अन्य बीमारी न हो, उन्हें घर पर सेल्फ आइसोलेशन की समुचित व्यवस्था, जैसे मरीज के लिए पृथक कक्ष एवं शौचालय की उपलब्धता होने पर, एमबीबीएस चिकित्सक के आंकलन एवं अनुशंशा पर होम आइसोलेशन का विकल्प दिया जा सकता है। ऐसे संक्रमित व्यक्तियों के घर में सेल्फ आइसोलेशन एवं परिजनों के क्वारेटाइन की पूर्ण सुविधा उपलब्ध होना अनिवार्य होगा।

होम आइसोलेशन में अनिवार्य रूप से यह सुनिश्चित किया जायेगा कि कोविङ-19 के संक्रमित व्यक्ति या रोगी के देखभाल के लिये एक व्यक्ति उपलब्ध रहे तथा वह एमएमयू मेडीकल ऑफिसर, कोविड अस्पताल जिनका फोन नंबर उनके पास उपलब्ध रहेगा, के साथ सम्पूर्ण होम आइसोलेशन की अवधि में सम्पर्क में रहेंगे। इस देखभालकर्ता को आरोग्य सेतु एप एवं सार्थक एप डाउनलोड करना अनिवार्य होगा। कोविड संक्रमित व्यक्ति के देखभालकर्ता एवं निकट सम्पर्क व्यक्तियों को उपचार करने वाले चिकित्सक द्वारा हाइड्रोक्सिक्लोरोक्यून टेबलेट का प्रोफाइलेक्टिक डोज पूर्ण सतर्कता बरतते हुए दिया जाना सुनिश्चित किया जायेगा।

चिकित्सीय सहायता
होम क्वारेंटाइन में रह रहे व्यक्ति एवं उसके देखभालकर्ता का यह प्रथम दायित्व होगा की मरीज को सांस लेने में कठिनाई, निरंतर दर्द, छाती में दबाव, भारीपन, मानसिक भ्रम या सचेत होने में कठिनाई, होंठ, चेहरे का नीला पड़ना आदि लक्षण होने पर होम आइसोलेशन में रहने वाले कोविड-19 संक्रमित व्यक्ति तत्काल मोबाईल मेडिकल यूनिट के डॉक्टर अथवा 104 पर चिकित्सीय सहायता के लिये सम्पर्क कर सकेंगे।

संक्रमित के लिये निर्देश
कोविड-19 संक्रमित व्यक्ति द्वारा सदैव ट्रिपल लेयर मेडिकल मॉस्क का उपयोग किया जाये एवं मॉस्क के भीगने,गंदा होने पर मॉस्क बदला जाये। मॉस्क को एक प्रतिशत सोडियम हाइपोक्लोराइट से विषाणमुक्त करके ही निपटान किया जाये। कोविड-19 संक्रमित व्यक्ति, घर के अन्य वधजन, उच्च रक्तचाप, दिल, गुर्दे के रोग से ग्रस्त सदस्यों से दूर, अपने कक्ष में ही रहे। होम आईसोलेशन के दौरान संक्रमित व्यक्ति द्वारा समुचित आराम किया जाये एवं पर्याप्त पेय पदार्थों व संतुलित आहार का सेवन किया जाये। खाँसते-छींकते समय मुँह को टिशूरुमाल, तौलिया, दुपट्टा, गमछा आदि से ढांका जाये तथा हार्थों को साबुन पानी से बार-बार धोया जाये। किसी भी परिस्थिति में व्यक्तिगत वस्तुओं को अन्य सदस्यों के उपयोग के लिये साझा न किया जाये।

देखभालकर्ता के लिये निर्देश
कोविड-19 केस के देखभालकर्ता द्वारा सदैव संक्रमित व्यक्ति के कक्ष में उपस्थिति के दौरान ट्रिपल लेयर मेडिकल मॉस्क का उपयोग किया जाये। मॉस्क, मुँह व चेहरे को छूने से बचा जाये तथा मॉस्क के भीगने या गंदा हो जाने पर तत्काल बदला जाये। संक्रमित व्यक्ति के सम्पर्क में आने अथवा उपयोग की हुई सतहों के सम्पर्क में आने पर साबुन पानी से हाथ धोया जाये। भोजन पकाते समय, खाने के पूर्व व शौचालय के उपयोग के बाद साबुन पानी से न्यूनतम 40 सेकेण्ड तक हाथ धोया जाये अथवा उनको अल्कोहल युक्त सेनेटाइजर से साफ किया जाये। संक्रमित व्यक्ति से सम्पर्क दौरान दस्ताने का उपयोग किया जाये। संक्रमित वस्तुओं जैसे बर्तन, तौलिया, चादर आदि को सीधे छूने से बचा जाये।

कोविड-19 संक्रमित व्यक्ति को भोजन उसके कक्ष में ही परोसा जाये व उपयोग किये गये बर्तनों को ग्लब्स पहनकर साबुन पानी से अच्छे से साफ किया जाये।

होम आइसोलेशन अवधि की समाप्ति
होम आइसोलेशन में निगरानीबद्ध व्यक्ति को लक्षण उत्पति दिनांक, सेम्पल दिनांक से विगत 10 दिनों से लक्षण रहित होने तथा 3 दिनों से बुखार रहित होने पर डिस्चार्ज किया जायेगा। तत्पश्चात आगामी 7 दिवस तक उक्त व्यक्ति द्वारा घर पर अपने स्वास्थ्य की स्व-निगरानी सुनिश्चित की जायेगी। कोविड संक्रमित व्यक्ति की जाँच में संक्रमण से मुक्ति पुष्ट होने पर एक लक्षण रहित स्थिति को आंकलित कर, सर्वेलेंस चिकित्सा अधिकारी द्वारा होम आइसोलेशन समाप्ति का लिखित प्रमाण-पत्र दिया जायेगा।









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