हास्य व्यंग कथा (कोरोनावायरस)
क्या ? महाशय सबो के दिलों मे रहना चाहते हो,क्या हिन्दू,क्या मुसलमान,क्या सिख,क्या ईसाई,क्या अमीर , क्या गरीब,क्या उंच जाति , क्या निच जाति,क्या भारत,क्या अमेरिका,जापान, इटली पाकिस्तान अथार्त सभी देशों के दिल रहने के लिए व्याकूल हो।एक वायरस होकर भी किसी के साथ भेदभाव न करते हुए सबो से इतना प्रेम। फिर भी हमारे पृथ्वी के मानव को समझ मे नही आ रहा है कि हम मानव जाति एक है।मानव मानव मे हिंसा,ऊंच निच मे भेदभाव,अमीर गरीब मे अन्तर,देश देश मे बदले की भावना,हिन्दु, मुस्लिम,सिख, ईसाई की भेदभाव।वाह रे मानव।तेरा लिला अपरम्पार।
धन्यवाद।