logo

अंतर्राष्ट्रीय साहित्यिक मित्र मंडल,जबलपुर म.प्र. में भव्य काव्य सम्मेलन। मुख्य अतिथि मंजूषा दुग्गल जी के सौजन्य से दिनांक 18 अप्रैल,2024 दिन गुरुवार अन्तर्राष्ट्रीय साहित्यिक मित्र मंडल जबलपुर मध्यप्रदेश के समूह 1,2,3,4,5 की काव्य गोष्ठी हर्षोल्लास से संपन्न हुई

अंतर्राष्ट्रीय साहित्यिक मित्र मंडल,जबलपुर म.प्र. से भव्य काव्य सम्मेलन।
मुख्य अतिथि मंजूषा दुग्गल जी के सौजन्य से दिनांक 18 अप्रैल,2024 दिन गुरुवार अन्तर्राष्ट्रीय साहित्यिक मित्र मंडल जबलपुर मध्यप्रदेश के समूह 1,2,3,4,5 की काव्य गोष्ठी हर्षोल्लास से संपन्न हुई जिसमें विभिन्न प्रदेशों के साहित्यकारों ने अपनी प्रस्तुति देकर कार्यक्रम को भव्य और दिव्य स्वरूप प्रदान किया।विषय " नियति करती नहीं अन्याय ” आधारित काव्यात्मक अभिव्यक्ति की प्रशंसा करती हुई संस्था सचिव तमन्ना गोयल जी ने बताया कि भारत की समृद्ध साहित्यिक विरासत के संरक्षण व संवर्धन हेतु ऐसे वृहत साहित्यिक मंच की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है जिससे रचनाकारों की अभिव्यक्ति सामने आती है व साहित्यिक ज्ञान बढ़ता है।काव्य गोष्ठी का कार्यक्रम ठीक चार बजे संध्याकाल से शुरू होकर रात 10:00 रात्रि तक अनवरत चलता रहा ।कार्यक्रम इतना रोचक था कि कोई भी प्रतिभागी मंच छोड़कर नहीं गया। इस कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि गायत्री ठाकुर सक्षम, मुख्य अतिथि मंजूषा दुग्गल व अध्यक्षा डॉ॰शैल मिश्रा बिरहन जी थीं एवं मुख्य वक्ता रामदेव शर्मा राही जी थे। इस सुंदर कार्यक्रम का आयोजन सम्मानित पटल के संस्थापक विनय पान्डेय जी के द्वारा किया गया जिसमें डॉ॰ कवि कुमार निर्मल , मनु पान्डेय का सहयोग पूर्ण रूप से रहा।कार्यक्रम की शुरुआत माँ वीणापाणि की सुंदर वंदना से हुई। सरस्वती वंदना डॉ॰रमेश कुमार निर्मेष जी द्वारा प्रस्तुत की गई । सभी विद्वान व मनीषी साहित्यकारों और विदुषी बहनों का काव्य पाठ अति सुंदर व मनभावन रहा। शैली त्रिपाठी जी, जगदीश कौर जी , मिताली श्रीवास्तव वर्मा जी सीमा अग्रवाल जी एवं चेतना सिंह जी का संचालन सरस एवं मंजूषा दुग्गल जी एवं डॉ॰ शैल मिश्रा बिरहन जी व रामदेव शर्मा राही जी की समीक्षा मन को प्रसन्न कर गई। उपरोक्त कवि सम्मेलन में निम्नलिखित सदस्यों ने काव्य पाठ किया है- डॉ रमेश कुमार निर्मेष,डॉ कवि कुमार निर्मल,पुष्पा निर्मल,निशा अतुल्य,रामकृष्ण साहू,डॉ अंजली सामंत,सुरंजना पांडेय,सुषमा वोहरा,अनीता त्रिपाठी ओम,सुषमा सिंह उर्मि,अमिता मराठे,अर्चना पंडित,उत्तरा शर्मा,सविता शर्मा,डॉ अनुपम भारद्वाज मिश्रा,डॉ राजेश कुमार जैन,शालिनी राय डिम्पल,बबली राय,डॉ महेश मुनका मुदित,रागिनी मित्तल,विजयालक्ष्मी,शबा राव रुड़की हरिद्वार,सुनीता नायक ओडीशा,शबनम मेहरोत्रा,मीना रवि,दुर्वा दुर्गेश वारीक गोदावरी,सुमा मण्डल,शोभा प्रसाद,ममता साहू,विभा वर्मा वाची,कविता मोटवानी,कुसुम जैन,डॉ सरिता साहू,अपराजिता राजोरिया,डॉ राजकुमारी वी अग्रवाल,सुमन वर्मा नजीबाबाद,डॉ मधुकर राव लारोकर,आशीष अम्बर,मेघा अग्रवाल,सीमा शर्मा,डॉ अनिता गोस्वामी,कवि रवि नारायण शुक्ल,रेनू बाला सिंह,अनिता बाजपाई,अनिता शरद झा,डॉ शशिकला अवस्थी,डॉ उषा अग्रवाल जलकिरण,डॉ मीना कुमारी परिहार,अनन्त राम चौबे अनन्त,अविनाश खरे,राहुल पान्डेय,गायत्री ठाकुर सक्षम,मंजूषा दुग्गल,डॉ शैल मिश्रा बिरहन,रामदेव शर्मा राही,शैली त्रिपाठी,जगदीश कौर,मिताली श्रीवास्तव वर्मा,चेतना सिंह,सीमा अग्रवाल जी।सभी की मनभावन प्रस्तुति से कार्यक्रम सुंदर रहा।मैं पूरी टीम को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ देती हूँ। सभी प्रतिभागियों ने आज के काव्य पाठ विषय *नियति करती नहीं अन्याय* पर कविता, दोहे, गजल व गीतों के माध्यम से अपने विचार प्रकट किए। सबकी काव्य रचनाएँ ईश्वर का धन्यवाद करने वाली रहीं कि ईश्वर कभी अन्याय नहीं होने देता जिसने आज के विषय को पूरी तरह सार्थक कर दिया। विवेक पाण्डेय जी की आयोजक के रूप में भूमिका सराहनीय रही।

24
2728 views