
UP KI KHBAR
*लालजी,के बाद अब शिवपाल, अफवाह तंत्र के पीछे राम शंकर का हाथ*
जनपद के सियासी हलकों में इस समय विचित्र राजनीति का दौर जोरों पर है, विपक्षी दलों के नेताओं के बीजेपी में शामिल होने की अफवाहें विश्वसनीय तरीके से बाजारों में गर्म है।
सबसे पहले क्षेत्र के बड़े ब्राह्मण नेता लाल जी शुक्ला के बीजेपी में शामिल होने की बातें सोशल मीडिया से सामने आई, ऐसा लगा भी, की सही है ,क्योंकि भाजपा का आधार वॉटर वर्ग ब्राह्मण समाज हाल की कुछ घटनाओं, प्रशासनिक तानाशाही के चलते बीजेपी से दूर है, इनको मनाने के लिए लाल जी से उपयुक्त कोई चेहरा नहीं, यह भी सत्य है। इंतजार होने लगा, सब ने मान लिया कि व्हाट्सएप यूनिवर्सिटी द्वारा जारी की गई तिथि को लालजी भाजपा में शामिल होंगे। खाने के पैकेट, भीड़ का पुख्ता इंतजाम, सब कुछ फिक्स हो गया। लेकिन यह क्या डेट निकल गई, लाल जी शुक्ला भाजपा में शामिल नहीं हुए,जानकारी हुई, की ब्राह्मण नेता के भाजपा में शामिल होने की बात केवल अफवाह थी, लालजी शुक्ला भाजपा में शामिल नहीं होंगे। अब सवाल यह , कि जब आग नहीं तो धुआं कहां से, पता चला की अफवाह फैलाने में भाजपा के बड़े नेता का हाथ है, इन नेताजी ने व्हाट्सएप के बाद अफवाह यूनिवर्सिटी भी खोल दी है।
सवाल फिर वही, की कौन है इसके पीछे, कौन विपक्ष को इस तरह की अफवाहों के दम पर हराना चाह रहा है। चर्चाओं, विश्लेषणों मंथन का दौर चल ही रहा था तभी संसदीय क्षेत्र में एक कार्यक्रम में सांसद राम शंकर कठेरिया ने बयान दिया कि शिवपाल यादव भाजपा में आने वाले हैं। शिवपाल यादव भाजपा में आएंगे या नहीं यह हर व्यक्ति अच्छी तरह से समझता है, लेकिन सांसद के बयान के बाद सारी शंकाए ,प्रश्न खत्म हो गए, लोग जान गए कि *अफवाह यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रोफेसर रामशंकर कठेरिया ही हैं।