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विशाखापत्तनम से 13 दिन बाद पैतृक गांव पहुंचा नेवी में कार्यरत युवक का शव

-संदिग्ध परिस्थितियों में हुई युवक की मौत, शहीद का दर्जा देने की मांग
फतेहपुर। विशाखापत्तनम में नेवी में कार्यरत एक युवक की ड्यूटी के दौरान हुई मौत के 13 दिन बाद उसका शव उसके पैतृक गांव पहुंचा।

 धाता ब्लॉक के गोकुल पुर ग्राम सभा के दीपक सिंह पुत्र यशवंत सिंह की 2017 में नेवी में नौकरी लगी थी उनकी आकस्मिक मृत्यु विशाखापत्तनम मेंपानी के जहाज में ड्यूटी करते समय 10 सितंबर 2020 को हो गई जिसकी सूचना उनके परिजनों को नेवी के अधिकारियों द्वारा 13 सितंबर 2020 को दी गई। उसके 10 दिन बाद शहीद दीपक का पार्थिव शरीर आज गोकुलपुर पैतृक स्थान पर लाया गया। क्षेत्रवासियों के अनुसार उनकी मृत्यु संदिग्ध परिस्थितियों में बताई जाती है। नेवी के जो भी अधिकारी साथ में आए थे। क्षेत्र की जनता के सवालों का सही जवाब न दे पाने के कारण क्षेत्र की जनता ने उनसे कई सवाल दागे लेकिन उनके जवाब से संतुष्ट नहीं हुए और क्षेत्र की जनता ने नेवी अधिकारियों से दीपक को अमर शहीद की उपाधि देने की भी मांग की। इस पर नेवी के अफसरों ने अपने अधिकारियों से बात करने की बात कही। 

पार्थिव शरीर लगभग 3:00 बजे पैतृक स्थान गोकुलपुर में आया लेकिन क्षेत्र की जनता संदिग्ध परिस्थितियों में मौत होने के कारण युवक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं हुई और दोबारा पोस्टमार्टम कराने एवं उसकी मौत के कारणों की न्यायिक जांच कराने की मांग की। आला अधिकारियों द्वारा समझाने बुझाने के बाद क्षेत्र की जनता संतुष्ट हुई तथा दीपक को अंतिम विदाई दी गई। इस मौके पर एसडीएम खागा प्रहलाद सिंह, खागा विधायक कृष्णा पासवान, नेता नरसिंह पटेल ,अपना दल एस जिला उपाध्यक्ष मनोज सिंह चंदेल ,ओमप्रकाश गिहार एवं हजारों की संख्या में क्षेत्रवासी उपस्थित थे।
  

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