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ज्ञान का स्वर्णिम दौर वापस लाना है तो हमे शिक्षा के बेहतर से बेहतर इंतजाम करने होंगे:-मौहम्मद आरिफ खान
शिक्षा से समझ पैदा होगी तो फिर हमें गर्व की अनुभूति भी आएगी हमारी संस्कृति क्या है हमारी संस्कृति दुनिया में एक अलग पहचान देती है हम अपने मुंह से अपनी प्रशंसा करें यह अच्छा नहीं लगता समय का अभाव है दुनिया के बड़े-बड़े लोगों ने विद्वानों ने भारतीय संस्कृति के बारे में क्या कहा है उसे मैं संक्षेप में बताना चाहूंगा,भारत की सांस्कृति को ज्ञान की संस्कृति कहा गया है। अगर हम ज्ञान की बात करें तो हमे उस स्वर्णिम दौर को वापस लाना है। हमारी कोशिश रहे कि हमारे बच्चों को बेहतर से बेहतर शिक्षा का इंतजाम करना होगा।
हम रोज़ाना दुनियाभर के अखबार पढ़ते हैं इन्हे पढते समय ऐसा लगता है जैसे कोई तीसरा विश्व महायुद्ध शुरू हुआ हो ।क्यों,क्योंकि दुनियाँ में जो संस्कृतियाँ हैं वो दूसरों को पैदा करती हैं लेकिन भारतीय संस्कृतिक आत्मा से परिभाषित करती है और आत्मा हर किसी में वास करती है। चरिन्दों परिन्दों ,दुनियां की हर शह में आत्मा विद्यमान है ,अगर अन्तर है तो वो है चेतना का, इनसानो में चेतना जागृत रहती है। किसी में चेतना ज्यादा तो किसी में कम जागृत है।