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जम्मू-कश्मीर में उठी लोकसभा-विधानसभा चुनाव एक साथ करवाने की मांग, चुनाव आयोग कल लेगी पार्टियों से सुझाव
जम्मू-कश्मीर में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ करवाने की मांग हो रही है। लोकसभा चुनाव की तैयारियों का जायजा लेने पहुंची चुनाव आयोग की टीम ने श्रीनगर में पार्टियों की नब्ज टटोली। वहीं तीन दिवसीय दौरे पर पहुंची चुनाव आयोग की टीम बुधवार को राजनीतिक नेताओं से सुझाव मांगेगी। बैठक में केंद्र शासित प्रदेश के बाहर भी कश्मीरी हिन्दुओं के लिए मतदान केंद्र स्थापित किए जाएंगे।
एक साल में दो बार चुनाव करवाने से पड़ेगा आर्थिक भार
नेकां के वरिष्ठ नेता नासिर असलम वानी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव हुए 10 वर्ष हो गए हैं। यह जरूरी है कि विधानसभा चुनाव को और न टालते हुए इसे लोकसभा चुनाव के साथ ही कराया जाए। वानी ने कहा कि एक साल में दो बार चुनाव करवाने से आर्थिक भार पड़ेगा और पर्यटन सीजन भी प्रभावित होगा।
नेकां नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री भी चाहते हैं कि एक राष्ट्र-एक चुनाव हो। ऐसे में इसकी शुरुआत जम्मू-कश्मीर से क्यों न की जाए। चुनाव आयोग से मिलकर लौटे भाजपा के दल के सदस्य व पार्टी प्रवक्ता आरएस पठानिया ने कहा कि उनकी पार्टी भी एक साथ चुनाव के लिए तैयार है।
कश्मीरी हिंदुओं के लिए स्थापित होंगे मतदान केंद्र
उन्होंने कहा कि हमने बैठक में जोर दिया कि केंद्र शासित प्रदेश के बाहर भी कश्मीरी हिन्दुओं के लिए मतदान केंद्र स्थापित कर वोट डालने की प्रक्रिया को सरल बनाया जाए। आयोग से मिलने पहुंचे पीडीपी नेता गुलाम नबी लोन हंजुरा ने कहा कि उनकी पार्टी ने भी विधानसभा और लोकसभा चुनाव एक साथ कराने की वकालत की है।
इससे पहले नेकां अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला भी एकसाथ चुनाव की मांग कर चुके हैं। इसके अलावा डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी के अध्यक्ष गुलाम नबी आजाद भी कह चुके हैं कि जम्मू-कश्मीर के लोग लोकसभा चुनाव की तुलना में विधानसभा चुनाव को लेकर ज्यादा चिंतित हैं। ऐसे में दोनों चुनाव साथ करवाने की दिशा में कार्रवाई होनी चाहिए।