
शासन प्रशाशन माला माल मथुरा की जनता है वे हाल
मोदी जी के नाम खुला पत्र
सेवा में,
श्री मान प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र भाई मोदी जी,
प्रधानमंत्री कार्यालय,
साउथ ब्लॉक, रायसिना हिल,
नई दिल्ली-110011, भारत।
विषय:- पतित पावनी मां यमुना की, श्री कृष्ण नगरी मथुरा में दुर्दशा पर ध्यान आकर्षित करने हेतु।
महोदय,
सविनय निवेदन है कि मैं भारत देश में उत्तरप्रदेश के मथुरा जिले का एक जिम्मेदार नागरिक होने के साथ साथ भारतीय जनता पार्टी का एक समर्थक हूँ और हिन्दुत्व के लिए आप जो कर रहे है उसका प्रशंसक भी हूँ । और इस नाते आपको अवगत कराना चाहता हूं, कि करोड़ों सनातन धर्म प्रेमी जनता की आस्था का केंद्र माँ यमुना जिसे भगवान श्री कृष्ण की चतुर्थ पटरानी भी कहा जाता है।
आपके ग्रह राज्य गुजरात के भी करोड़ों गुजराती वैष्णवो की भी माँ यमुना जी में अगाध आस्था हैं।
गुजरात राज्य से प्रति वर्ष लाखों कृष्ण भक्त वैष्णव माँ यमुना का स्नान और पान करने के साथ साथ व्रज चौरासी कोस की यात्रा के लिए आते है। और वह भी माँ यमुना की यह दशा देख कर व्यथित हो उठते है। हम भी उनसे यहीं कह कर मन संतुष्ट कर लेते है मोदी है तो मुमकिन है यह कार्य भी होगा।
किंतु आजादी के अमृत काल खंड में माँ यमुना अपने मूल स्वरूप को छोड़ एक गंदे और विषैले नाले के रूप में परिवर्तित होती जा रही है। जिसका मुख्य कारण दिल्ली में पूर्ण रूप से यमुना जी की धारा को रोक देना व ओखला से गंदे नालो का उस धारा में प्रवाह करना है साथ ही गोकुल वैराज का होना है जब यमुना जी मे प्रवाह हीं नहीं है तो उस वैराज का औचित्य हीं क्या है? अगर दिल्ली के ऊपर से माँ यमुना का प्रवाह न रोका जाय व गोकुल वैराज के फाटक खोल दिए जाय तो मथुरा में एकत्र गंदगी आगे बह जाएगी और जो हाल आज देखने को मिल रहा है वह नहीं मिलेगा। साथ ही मथुरा के सभी एस टी पी पम्प सफेद हाथी बने हुए है और लोकल नेता व अधिकारियों एव नगर निगम के कर्मचारियों की आमद का एक माध्यम बने हुए है।
जहा आप भ्रष्टाचार के खिलाफ इतनी बड़ी लड़ाई लड़ रहे है वहीं आपकी नाक के नीचे छुट भैया नेता आकंठ भ्रष्टाचार में लिप्त है। अन्यथा जितना फंड आप मथुरा के व माँ यमुना जी के लिए दे रहे है उस फंड से अब तक माँ यमुना कब की साफ हो चुकी होती।
आजादी के पिचहत्तर सालो मैं हिंदुस्थान के सवा सौ करोड़ हिन्दुओं को आपसे ही हिंदू धर्म की रक्षा की उम्मीद जगी है।
भारत को मजबूत और शसक्त बनाने में भारत के प्राचीन और धार्मिक आध्यात्मिक धरोहरों को भी सहेज कर रखना अनिवार्य है। मथुरा वृंदावन के सहित करोड़ों सनातन धर्म अनुयाइयों की भावना का ख्याल रखते हुए, माँ यमुना को उसके मूल स्वरूप में निर्मल जल धारा प्रदान करने में अपने बहुमूल्य समय से थोड़ा ध्यान मथुरा में बह रही मां यमुना की ओर देने का प्रयास करें। और यह बात मैं इस विश्वास के साथ इस लिए कह पा रहा हूँ कि मैं जानता हूँ कि आप न सिर्फ़ धर्म प्रेमी है अपितु आप एक सच्चे कृष्ण भक्त भी है। आपने हाल ही में भेट द्वारिका से द्वारिका के लिए एक पुल का भी निर्माण करवाया है तो समझ सकता हूँ माँ यमुना जी के प्रति आपमें वहीं भाव होगा जो एक पुत्र का अपनी माँ के लिए होता है।
जहाँ एक तरफ माँ गंगा और माँ सरजू की काया कल्प हो चुकी है वही माँ यमुना मलीन होती जा रही है अतः आपका ध्यान मथुरा की माँ यमुना की ओर लाना ही हमारा एक मात्र उद्देश्य है।
अतः भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री जी से माँ यमुना भक्त का अनुरोध है कि अति शीघ्र । मथुरा में बह रही माँ यमुना को गंदे नाले में परिवर्तित होने से बचाने में सनातन धर्म प्रेमी जनता का सहयोग प्रदान करें , आपकी अति कृपा होगी।
धन्यवाद।
दिनांक:- 20-02-2024
आपका शुभ चिंतक।
नाम.. गिरधारी लाल चतुर्वेदी
पता विश्राम घाट मथुरा
फोन नं 7042280444
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