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जे के मंदिर में वेद विद्यालय (गुरुकुल) का श्रीगणेश

दिनांक 14 फ़रवरी 2024,

भारतीय संस्कृति में वेद सनातन एवं वर्णाश्रम धर्म के मूल और सबसे प्राचीन ग्रन्थ है। वेदों को परम सत्य माना गया है| उनमें लौकिक अलौकिक सभी विषयों का ज्ञान भरा पड़ा है|
सनातन धर्म की परंपरा का समर्थन करते हुए बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर श्री राधाकृष्ण टेम्पल ट्रस्ट(जे के मंदिर) द्वारा मंदिर में आवासीय सुविधाओं सहित वेद विद्यालय का शुभारम्भ किया गया। वेद विद्यालय का श्रीगणेश कार्यक्रम प्रातः 10 बजे पूजन से शुरू किया गया, उसके बाद यज्ञ और वेद विद्याथियों द्वारा वेद मन्त्रों का वाचन किया गया। पूजा समापन के बाद सभी वेद विद्यार्थियों की प्रवेश प्रक्रिया संपन्न की गयी। सभी वेद विद्यार्थियों को गीता एवं अन्य पठन सामग्री भेट की गयी और प्रसाद वितरित किया गया। जे के मंदिर प्रबंधन सनातन परम्परा को आगे बढ़ाने के लिए सदैव तत्पर रहा है, इसी उद्देश्य से मंदिर में आवासीय वेद विद्यालय(गुरुकुल) खोला गया है जहाँ मुख्य रूप से यजुर्वेद की शिक्षा प्रदान की जाएगी। इस विद्यालय का सञ्चालन जे के मंदिर प्रबंधन द्वारा वेदाचार्य श्री राकेश कुमार मिश्रा जी के मार्गदर्शन में किया जायेगा। यह शिक्षा व्यवस्था सभी वेदपाठियों के लिए पूर्ण रूप से निःशुल्क है। गुरुकुल के वातावरण और यहाँ वेद पाठों के निरंतर वाचन /अध्ययन से मंदिर का भक्तिमय और आध्यात्मिक वातावरण और भी आनंदमयी और प्रभावशाली होगा। वेदपाठी मंदिर की सायंकालीन आरती में भाग लेकर इसे और भी भव्य और भक्तिमय बनाएंगे। बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर मंदिर में सायंकाल 4:30 बजे से 5:30 बजे तक भगवान की सवारी निकाली गयी। तत्पश्चात 5:30 बजे से भजन संध्या का आयोजन किया गया।

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