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अपराध पर लगाम लगाने के लिए नशा करोवरियों का सफाया जरूरी, एक अभियान के तहत हो पहल
मथुरा जनपद में नशा करोवरियों द्वारा जो सिंडीकेट तैयार किया गया है, उसका उद्देश्य नशे के कारोबार से धन संग्रह करने के साथ साथ विकसित भारत की नीव को कमजोर करने का भी अभियान का हिस्सा हो सकता है। नशा करोवरियों द्वारा भारत की नई पीढ़ी को जो नशे की लत लगाई जा रही है, उसके परिणाम स्वरूप ही अपराध और अपराधी पनप रहे हैं। जिनसे पार पाने के लिए प्रशासन को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है, आए दिन नए नए अपराध और अपराधी देखने को मिल रहे हैं। नशे की लत इस कदर हावी हो रही है कि कुछ भी करने को आमादा रहते हैं। छोटी छोटी बातों पर बड़े बड़े कांड बढ़ी ही वरवर्ता के साथ किए जा रहे हैं। ऐसा ही वाकया कल मथुरा जनपद में भी सुनने को मिला कि दस रुपए ना देने पर एक युवक ने पानी पूरी की ढकेल वाले पर तेजाब फेंक दिया, गनीमत यह रही कि उसके हाथ तेजाब टॉयलेट साफ करने वाला लगा। अगर कही तेजाब सही होता तो अंजाम कितना भयानक देखने में आता। मथुरा जनपद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा जनपद में कई अभियानों का सफल आयोजन किया, मथुरा की युवा पीढ़ी के भविष्य को बचाने हेतु नशे के खिलाफ भी एक अभियान के तहत कार्यवाही हो। सही मायने में अगर नशे को मथुरा से जड़ से मिटाना है तो हर चौकी, थानों को पूर्ण निष्ठा के साथ अभियान चलाकर समाज मैं पनप रहे नशा रूपी दानव को मथुरा में जड़ सहित समूल नाश कर देना चाहिए। मथुरा जनपद की पुलिस वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के नेतत्व मैं इस कार्य में सक्षम हैं, बस अगर कमी है तो इच्छा शक्ति की। समाज और देश की भलाई के लिए अपनी कमर कस कर नशा रूपी दानव को नष्ट करने के लिए मथुरा की हर मां और बहन की दबी जुबान से यही बात निकलती हैं, कि कब होगा नशे के सौदागरों का नाश।