
प्रतियोगी परीक्षा प्रणाली में सुधार को उत्कर्ष की मुहिम का आगाज़
जोधपुर। एसएससी और रेलवे भर्ती परीक्षाओं को समय पर करवाने और परिणाम जारी करने की ऑनलाइन मुहिम में उत्कर्ष क्लासेज ने विद्यार्थियों के हित में अभियान शुरू कर दिया है।
गत रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम में देश के विद्यार्थियों द्वारा सर्वाधिक नापसंद किया गया, इसका कारण देश में समय पर प्रतियोगी परीक्षाओं का न होना, इससे देश के विद्यार्थियों में भारी रोष व्याप्त है।
उत्कर्ष क्लासेज एंड एजुटेक प्राइवेट लिमिटेड के सीईओ एवं फाउंडर निर्मल गहलोत ने अपने विशेष लाइव में बताया कि वर्तमान में देशभर के शिक्षित युवा समय पर भर्ती परीक्षाएं न होने से भयंकर बेरोजगारी झेल रहे है। केंद्र सरकार की एसएससी और रेलवे की भर्ती परीक्षाएं नहीं हो रही है न ही कोई परिणाम जारी हो रहे हैं, ऐसे में देश के विद्यार्थियों का भविष्य अधर में है। गहलोत ने बताया कि वर्ष 2018 एसएससी की परीक्षा का नोटिफिकेशन 2019 में जारी किया गया था, लेकिन इस भर्ती का फाइनल रीजल्ट अभी तक जारी नहीं किया गया है।
सरकार लॉकडाउन और कोरोना के कारण देरी होना बता रही है। लेकिन जो परीक्षा 1 साल पहले हो चुकी है। उसके भी नतीजे अब तक जारी नही किये गए हैं। उसमें तो कोरोना का भी कोई दोष नहीं है। इसी प्रकार वर्ष 2017 परीक्षा में धांधली हुई थी जिसकी सीबीआई में जाँच चल रही हैं आरआरबी एनटीपीसी की भी दुर्गति हो रखी हैं जो भर्ती 2019 में 90 हजार पदों पर जारी की गई थी, जिसमें 2.8 करोड़ लोगों ने आवेदन किया था, प्रत्येक उम्मीदवार से 500 रुपये यह कहकर लिए गये थे कि 400 रुपये वापस कर दिए जाएंगे। ढाई साल हो चुके हैं परीक्षा कब होगी विद्यार्थियों के रूपये कब वापस होंगे कोई जवाब नहीं है।
इसी प्रकार देशभर में भर्ती परीक्षाओं में व्याप्त फर्जीवाड़े और पेपर लीक के जिम्मेदार के लिए कड़ी से कड़ी सजा का प्रावधान व कड़े कानून हो, जिससे भर्ती परीक्षाओं की तैयारी करने वाले वास्तविक विद्यार्थियों के साथ खिलवाड़ न हो।
गहलोत ने बताया कि उत्कर्ष क्लासेज ने सदैव विद्यार्थियों के हित की लड़ाई लड़ी है, और उसमें सफलता प्राप्त करते हुए भर्ती प्रणाली में बड़े बदलाव किये हैं। राजस्थान में भर्ती परीक्षाओं में सुधार के लिए पहली बार वर्ष 2012 उत्कर्ष क्लासेज ने उच्च न्यायालय में जनहित याचिका दायर की थी, इससे भर्ती परीक्षाओं के नियमों में बड़े बदलाव हुए हैं।
उत्कर्ष की जनहित याचिका के बाद राजस्थान की सभी भर्ती परीक्षाओं में विज्ञप्ति के साथ पाठ्यक्रम जारी करना, परिणाम से पहले आंसर की जारी करना, प्रश्नपत्र घर ले जाने की अनुमति तथा ओएमआर शीट की कार्बन कॉपी अभ्यर्थी को साथ ले जाने की अनुमति दी गई है। गहलोत ने बताया कि उत्कर्ष क्लासेज हर परिस्थिति में विद्यार्थियों के हित में आवाज़ बुलंद करेगा, और राजस्थान सहित देश की तमाम भर्ती परीक्षाओं में सुधार के लिए उत्कर्ष क्लासेज अग्रणी भूमिका में रहेगा।
गहलोत ने बताया कि देश में शिक्षित बेरोजगारों के लिए अलग से मंत्रालय या आयोग हो जो केवल देश की सभी प्रतियोगी परीक्षाओं व भर्ती प्रणाली में सुधार के लिए कार्य करें। उत्कर्ष क्लासेज ने देश के सभी शिक्षकों व शिक्षण संस्थाओं से भी अपील की है कि वो भी विद्यार्थियों की इस मुहिम में सहभागी बनें।