लड़ने से पहले हारे
60 दिन से भी कम का समय रह गया है लोकसभा चुनाव को।लेकिन इण्डिया संगठनकी और नजर डाली जाए, तो ऐसा लगता है कि जैसे अभी वो 2029 की तैयारी में जुटे है। जहां एक ओर भाजपा पूरी रणनीति के साथमैदान पर हैं, वहीं दूसरी तरफ सिवाय मुंह चलाने के , वो भी बिना सोचे समझे, कोई तैयारी नहीं हों रही।कार्यकर्ता भी जैसे छुट्टी पर हैं, किंतु उनकी भी क्या गलती है, जब ऊपरी नेतृत्व ही उदासीन हो, तो पार्टी के निचले स्तर का निष्कृय हों जाना आम बात है। U लगता हैं कि जैसे भाजपा के आगे नतमस्तक हो गई हैं बाकी सभी पार्टी, और हथियार डाल दिए हैं।