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हरियाणा में BJP चली गांवों की ओर: 2019 में लोकसभा चुनाव के बाद 21% वोट शेयर घटा था, उसे वापस पाने का प्लान
हरियाणा में साढ़े 9 साल से सरकार चला रही BJP ने लोकसभा चुनाव से पहले गांवों की राह पकड़ ली है। ग्रामीण वोटरों को साधने के लिए मनोहर सरकार ने हाल ही में रूरल एरिया में रहने वाले 28 लाख से अधिक लोगों की तरफ से पेंडिंग पानी बिलों के 372 करोड़रुपए माफ कर दिए। यही नहीं, पार्टी अपनी विकसित भारत संकल्प यात्रा के जरिये प्रदेश के साढ़े 6 हजार से ज्यादा गांवों तक सीधे पहुंच बना रही है।
इस पूरी कवायद के पीछे एक बड़ी वजह है। दरअसल, BJP ने 2019 के लोकसभा चुनाव में 58.2% वोट शेयर के साथ राज्य की सभी 10 सीटें जीती, मगर उसके महज 5 महीने बाद हुए विधानसभा चुनाव में यह वोट शेयर घटकर 36.7% रह गया। सिर्फ 5 महीने में वोट शेयर में आई इस 21.5% की गिरावट के चलते पार्टी विधानसभा चुनाव में पूर्ण बहुमत के आंकड़े से दूर रह गई और उसे सरकार बनाने के लिए गठबंधन करना पड़ा।
हरियाणा में लगभग 60% वोटर किसी न किसी तरह से गांव से जुड़े हुए हैं। ऐसे में पार्टी ने अभी से गांवों पर फोकस बढ़ा दिया है ताकि 2019 जैसा कुछ भी दोबारा न हो जाए।