logo

ओबीसी मोर्चा ने वनभोज सह मिलन समारोह के बहाने दिखाई एकजुटता, एक मंच पर आये जरमुंडी के तमाम पिछड़ा समाज ◆जातिगत जनगणना और नगर निकाय/पंचायत चुनाव में ट्रिपल टेस्ट कराने की मांग प्रमुखता से उठी

◆ओबीसी मोर्चा ने वनभोज सह मिलन समारोह के बहाने दिखाई एकजुटता, एक मंच पर आये जरमुंडी के तमाम पिछड़ा समाज
◆जातिगत जनगणना और नगर निकाय/पंचायत चुनाव में ट्रिपल टेस्ट कराने की मांग प्रमुखता से उठी
◆दुमका। पिछड़ा वर्ग संघर्ष मोर्चा संताल परगना का वनभोज सह मिलन समारोह जरमुंडी के पांडेश्वर नाथ में मोर्चा के केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष असीम मंडल और प्रधान महासचिव डॉ अमरेन्द्र कुमार यादव के संयुक्त प्रयास से आयोजित किया गया था। कार्यक्रम की अध्यक्षता जरमुंडी के उपप्रमुख प्रयाग मंडल ने तथा संचालन केंद्रीय महासचिव सीताराम मंडल के कुशल नेतृत्व में किया गया। तथा धन्यवाद ज्ञापन शिक्षाविद बिहारी यादव ने किया। मोर्चा की ओर से नए साल में पिछड़ा वर्ग को एकजुट होकर अपने अधिकार के लिए संघर्षशील होने के उद्देश्य से जरमुंडी प्रखंड के मनोरम पर्यटक स्थल पांडेश्वर नाथ में पहाड़ी से घिरे मनोरम दार्शनिक स्थल में समारोह का आयोजन किया गया था। जिसमें ओबीसी संघर्ष मोर्चा के हजारों समर्थक कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए सभा अध्यक्ष प्रयाग प्रयाग मंडल ने कहा कि पिछड़ा मोर्चा के संगठन को मजबूर करने के लिए प्रत्येक पंचायत में बैठक आयोजित कर जन जन को जागरूक करना होगा। कार्यकारी अध्यक्ष असीम मंडल ने कहा कि दुमका जिला में पिछड़ों का आरक्षण शून्य है, विद्यार्थियों को स्कोलरशिप नहीं मिल रहा है। ओबीसी की लड़ाई को धारदार बनाना है और जितनी जिसकी भागीदारी उसकी उतनी हिस्सेदारी तय होना चाहिए। अभी लोहा गरम है चोट करने का बेहतर समय है। बिना ट्रिपल टेस्ट के नगर निकाय और पंचायत चुनाव कराने का मोर्चा विरोध करती है।
प्रधान महासचिव डॉ अमरेन्द्र कुमार यादव ने कहा कि 3000 वर्षों तक पिछड़ों को शिक्षा का अधिकार नहीं था। इसलिए समाजिक न्याय के लिए पिछड़ा वर्ग को आबादी के अनुरूप आरक्षण मिलनी चाहिए। इसके लिए राज्य सरकार को बिहार की तर्ज पर जातिगत जनगणना अविलंब करानी चाहिए। उन्होंने कहा कि लोगों को धार्मिक आडम्बर पर खर्च नहीं कर उस पैसे को बच्चों की पढ़ाई पर खर्च करनी चाहिए। प्रतियोगिता के दौर में अच्छी शिक्षा के बिना कामयाबी नहीं मिल सकती है। मांगन राव ने कहा कि झारखंड में पिछड़ों की हालत पुनर्मुसिको भवः की हो गई है। पहले आरक्षण 27 प्रतिशत मिलता था अब शून्य कर दिया है। आपसी मतभेद को भुला कर नए शिरे से संगठित होने की आवश्यकता है। यह लड़ाई आसान नहीं है। मदन गुप्ता ने कहा कि भाजपा ने आरक्षण खत्म किया तो हेमंत सरकार ने पिछड़ों के साथ वादाखिलाफी किया है। मोहन यादव ने कहा कि हम अपने घर में बेदखल हो रहे हैं। कपिलदेव मंडल ने कहा कि अपना अधिकार लेने के आंदोलन की रुप तय कर सड़क पर उतरने की आवश्यकता है। अजय मंडल ने कहा कि आंदोलन को सफल बनाने के जनभागीदारी और बढ़ानी होगी। मणिकांत बैध ने कहा कि आंदोलन को मुकाम तक ले जाने के लिए हर तरह का सहयोग करेंगे। दल गत भावना से ऊपर उठने की जरूरत है। इसके अलावा कार्यक्रम को लालमोहन राय, डॉ जयनारायण मंडल, बुद्धिजीवी मंच के शिवनारायण दर्वे, महासचिव रंजीत जायसवाल, कोषाध्यक्ष अजित कुमार मांझी, पूर्व जिलाध्यक्ष इन्द्रकांत यादव, दशरथ मांझी, अमीक मांझी, भुवनेश्वर कापरी, जयप्रकाश यादव, गौतम यादव, जयकांत कुमार, प्रमुख मरीक, सुधीर मंडल, बलराम यादव, अनुज मंडल,अक्षय यादव, नवनीत शेखर, मदन मंडल, कुलदेव यादव, निरंजन मंडल, मृतुन्जय मंडल, मनोज पंजियारा, पांडव कापरी, धनंजय मंडल, प्रमोद पंडित,बिमल मिस्री ने संबोधित किया। कार्यक्रम में हजारों समर्थक मौजूद थे।

28
3700 views