
RTI आम आदमी का अधिकार है. उसके पास सरकारी डिपार्टमेंट में फैले भ्रष्टाचार को रोकने के लिए अपने हक की जानकारी लेने का राइट है. आइए जानते हैं कैसे आप RTI दाखिल कर सकते हैं और इसके क्या नियम हैं.
RTI आम आदमी का अधिकार है. उसके पास सरकारी डिपार्टमेंट में फैले भ्रष्टाचार को रोकने के लिए अपने हक की जानकारी लेने का राइट है. आइए जानते हैं कैसे आप RTI दाखिल कर सकते हैं और इसके क्या नियम हैं.
RTI क्या होती है और यह कैसे दाखिल की जाती है? आरटीआई डालने का तरीका और नियम
RTI क्या होती है और यह कैसे दाखिल की जाती है? आरटीआई डालने का तरीका और नियम
RTI आम आदमी का अधिकार है. उसके पास सरकारी डिपार्टमेंट में फैले भ्रष्टाचार को रोकने के लिए अपने हक की जानकारी लेने का राइट है. आइए जानते हैं कैसे आप RTI दाखिल कर सकते हैं और इसके क्या नियम हैं.
RTI क्या होती है और यह कैसे दाखिल की जाती है? आरटीआई डालने का तरीका और नियम
आरटीआई आवेदन कैसे दर्ज करे ?
आपने RTI शब्द सुना होगा, लेकिन इसका मतलब क्या होता है? इसे कब और कैसे इस्तेमाल किया जाता है? इसको दाखिल करने का क्या तरीका है? ये सब शायद ही आप जानते हों. आज हम आपको बताएंगे कि आरटीआई क्या होती है और RTI की एप्लीकेशन देने के क्या नियम हैं. नागरिकों का अधिकार है कि वह आरटीआई के जरिये किसी भी सरकारी विभाग में आवेदन कर अपने हक की जानकारी ले सकते हैं. आरटीआई से जुड़ी सभी जरूरी बातों के बारे में आज हम आपको जानकारी देंगे.
क्या होती है RTI?
आरटीआई का पूरा नाम होता है- राइट टू इंफॉर्मेशन (Right to Information). राइट टू इनफार्मेशन एक्ट अधिनियम के तहत देश का कोई भी नागरिक किसी भी सरकारी डिपार्टमेंट से पूछताछ कर सकता है. उसके पास सरकारी डिपार्टमेंट में फैले भ्रष्टाचार को रोकने के लिए अपने हक की जानकारी लेने का राइट है. यह सिस्टम को पारदर्शक बनाने के लिए एक प्रभावशाली कदम है.
यह अधिनियम खासतौर पर भ्रष्टाचार के खिलाफ 2005 में बनाया गया था जिसे सूचना का अधिकार कहा गया है. RTI के अंतर्गत आप किसी भी सरकारी डिपार्टमेंट से यह पूछ सकते हैं कि विकास कार्यों में आने वाला पैसा कितना आया था और कितना इन विकास कार्यों में लगा. राशन की दुकानों पर भी आप पूछ सकते हैं कि कितना राशन आया था कितना बांटा गया और कितना ब्लैक किया गया. RTI आम आदमी का अधिकार होता है.
कैसे दाखिल की जाती है आरटीआई?
ऑनलाइन RTI फाइल करने के लिए आपको इसकी ऑफिसियल वेबसाइट पर जाना होगा.
फिर यहां 'Submit Request' के बटन पर क्लिक करना है. जिसके बाद एक गाइडलाइन्स पेज खुलेगा.
अब गाइडलाइन्स को अच्छे से पढ़ लें और उसके बाद confirm पर क्लिक करें.
आपने पूरी guidelines पढ़ ली हैं तो Submit पर क्लिक करें.
अब आपके सामने एक फॉर्म खुल कर आएगा.
आपको जिस department से जुडी जानकारी चाहिए, उसके अनुसार फॉर्म को पूरा भरें. ध्यान रखना है कि फॉर्म में सभी detail सही सही होनी चाहिए साथ ही फॉर्म को अधूरा न छोड़े, इसे पूरा भरें.
इसके बाद जरुरी डॉक्यूमेंट अपलोड कर दें.
इसके बाद सुरक्षा कोड भरें.
अब सबसे नीचे submit button पर क्लिक कर दें.
फॉर्म भर जाने के बाद आपको फॉर्म का एक रिसीप्ट मिलेगा. आपको इसे संभाल कर रखना है. फॉर्म की status चेक करते समय आपको इस रिसीप्ट की जरुरत पड़ेगी.
आरटीआई के आवश्यक नियम
भारत का नागरिक किसी भी सरकारी दफ्तर से महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकता है.
आरटीआई दाखिल करके आप किसी भी पब्लिक अथॉरिटी से जानकारी हासिल कर सकते हैं. इसमें सभी केंद्रीय, राज्य और स्थानीय संस्थाएं आती हैं, जिनकी स्थापना संविधान के अंतर्गत हुई हो.
आवेदन करते समय आवेदक को एकदम सटीक सरकारी संस्था का नाम दर्ज करना होता है.
आवेदन के साथ आपको 10 रूपये का आवेदन शुल्क भी जमा करना पड़ता है. बीपीएल कार्ड धारकों के लिए यह शुल्क माफ कर दिया जाता है. अलग-अलग राज्यों के आधार पर यह शुल्क 8 से 100 रूपये के बीच हो सकता है.
आवेदन करने के बाद 30 दिन के अंदर अंदर परिणाम मिल जाता है. यदि महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट हों तो परिणाम 48 घंटे में भी प्राप्त किया जा सकता है.
कुछ कारणों से आवेदन कैंसिल भी किया जा सकता है, जैसे- आवेदन में बात स्पष्ट तरीके से न लिखी होना, डिटेल अधूरी होना या आवेदन की राशि गलत भर दी गई है तो आपका आवेदन रिजेक्ट भी किया जा सकता है