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सीडब्ल्यूसी ने रांची के बालक को उसकी मां के साथ भेजा घर, सौतेला पिता ने मारपीट की तो घर से भाग कर दुमका पहुंच गया था बालक 7 दिनों में रांची सीडब्ल्यूसी के समक्ष बालक को प्रस्तुत करने का दिया आदेश

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दुमका। सौतेला पिता ने कक्षा 6 में पढ़नेवाले 12 वर्षीय बालक के साथ मारपीट की तो वह घर से भाग कर इंटरसिटी ट्रेन में बैठकर दुमका आ गया। 26 नवम्बर को इस बालक को आरपीएफ ने भटकता हुआ पाने पर बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) के समक्ष प्रस्तुत किया था। समिति ने उसे श्री अमड़ा स्थित बालगृह में आवासित कर रखा था और उसके अभिभावकों की खोज कर रही थी। बुधवार को पुलिस पदाधिकारी के साथ बालक की मां समिति के समक्ष प्रस्तुत हुई। चेयरपर्सन डा अमरेन्द्र कुमार, सदस्य रंजन कुमार सिन्हा, डा राज कुमार उपाध्याय, कुमारी बिजय लक्ष्मी और नूतन बाला ने इस मामले की सुनवायी करते हुए बालक को उसके मां के सुपरवीजन में सौंप दिया। समिति ने इस केश के अनुसंधानकर्ता पुलिस पदाधिकारी को आदेश दिया है कि वह बालक को सात दिनों के अंदर रांची सीडब्ल्यूसी के समक्ष प्रस्तुत करेंगे।
चेयरपर्सन डॉ अमरेन्द्र कुमार ने बताया कि बालक ने अपने बयान में बताया था कि उसकी मां ने दूसरी शादी कर ली है। सौतेला पिता उसके साथ मारपीट करता है जिस कारण वह घर से भाग गया और ट्रेन से दुमका पहुंच गया। सीडब्ल्यूसी ने रांची के डीसीपीओ से इस बालक का एसआईआर (सामाजिक जांच प्रतिवेदन) समर्पित करने का आदेश दिया। रांची डीसीपीओ ने बालक का गृह सत्यापन करते हुए समिति को एसआईआर भेज दिया और बालक के परिवार को भी उसके दुमका सीडब्ल्यूसी के देखभाल और संरक्षण में होने की जानकारी दी। बालक के 24 घंटे से अधिक समय तक लापता रहने के कारण वहां के थाना में अज्ञात द्वारा बालक का अपहरण किये जाने की आशंका व्यक्त करते हुए प्राथमिकी दर्ज करवायी गयी थी। लिहाजा उस केस के आईओ भी बालक की तलाश कर रहे थे। बुधवार को आईओ और बालक की मां दुमका सीडब्ल्यूसी पहुंचे। बालक की मां ने अपने बयान में स्वीकार किया कि सौतेला पिका शराब के नशे में उसके बेटे के साथ मारपीट करता है। बालक की मां द्वारा बॉण्ड भरे जाने पर बालक को उसके हवाले करते हुए एक सप्ताह के अंदर बालक को रांची सीडब्ल्यूसी के समक्ष प्रस्तुत करने का आदेश दिया गया है।

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