
एंटी करप्शन टीम ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में दर्ज निगरानी थाना कांड संख्या 36/2023 के आधार पर जिला शिक्षा पदाधिकारी (सिवान ) मिथिलेश कुमार के सिवान स्थित आवास कार्यालय और पटना स्थित आवास छापेमारी की है!
एंटी करप्शन टीम ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में दर्ज निगरानी थाना कांड संख्या 36/2023 के आधार पर जिला शिक्षा पदाधिकारी (सिवान ) मिथिलेश कुमार के सिवान स्थित आवास कार्यालय और पटना स्थित आवास छापेमारी की है!
सीवान डीईओ मिथिलेश कुमार डीपीओ औरंगाबाद रहने के दौरान भी भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे है मिथिलेश कुमार का भ्रष्टाचार से चोली दामन का रिश्ता है !
औरंगाबाद में मिथिलेश कुमार के डीपीओ रहने के दौरान बिहार के जाने-माने आरटीआई कार्यकर्ता शिवप्रकाश राय ने मिथिलेश कुमार के खिलाफ भ्रष्टाचार के विरुद्ध कार्य कर बनाये गए अकूत संपत्ति के खिलाफ जांच के लिए एंटी करप्शन के अधिकारियों को पूरे प्रमाण के साथ आवेदन दिया था!
औरंगाबाद में डीपीओ रहते हुए इनके ऊपर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और निष्ठा प्रशिक्षण में प्राप्त पांच करोड़ की राशि का 50% बतौर रिश्वत रखने और शेष राशि स्थानीय आयोजकों को लूट की छूट देने, मुख्यालय से प्राप्त वेतन की राशि से एरियर देने, विद्यालय मे विद्युतीकरण नहीं कराने, आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने, 145 फर्जी शिक्षकों के नियोजन में भूमिका होने, रंगदारी कर अवैज्ञानिक संपत्ति अर्जित करने, घूसखोरी के चक्कर में नियमित वेतन को अवरुद्ध कर शिक्षक को प्रताड़ित करने, वहाँ के लिपिक के विजय कुमार गुप्ता के माध्यम से रिश्वत मांगने का आडियो वायरल होने आदि की शिकायत पर जाँच हुई थी।
जाँच वहाँ के अनुमंडल पदाधिकारी आशीष कुमार सिन्हा (वरीय उप समाहर्ता) फतेह फयाज जिला परिवहन पदाधिकारी औरंगाबाद अनिल कुमार सिन्हा की तीन सदस्यीय जिला स्तरीय टीम ने अपनी जाँच रिपोर्ट वहाँ के समाहर्ता को समर्पित की थी!
जाँच रिपोर्ट को औरंगाबाद के तत्कालीन जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल ने एंटी करप्शन को जाँच करने की अनुशंसा की थी।
सिवान में भी पूर्व डीएम अमित कुमार पांडेय ने भी इनके खिलाफ जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी विपिन राय से इनके खिलाफ जाँच कर अपनी रिपोर्ट समर्पित की थी।