
दिल्ली में उपराज्यपाल की उचित पहल
दिल्ली में अभी तक बाइक टैक्सियों के संचालन की अनुमति नहीं थी, किन्तु सुविधानुसार बाइक टैक्सियां चल रही थीं। उपराज्यपाल ने शुक्रवार को बाइक टैक्सी की अनुमति देकर दिल्ली के लिए बहुत बड़ी राहत देने का कार्य किया है।
दरअसल ओला और उबर कंपनियों द्वारा चलाई जा रही फोरव्हीलर टैक्सियों का खर्च सभी लोग वहन करने में सक्षम नहीं हैं, इसलिए टैक्सियों के आधे किराए पर बाइक टैक्सियों का इस्तेमाल करते थे, किन्तु अभी तक यह सब उपराज्यपाल की अनुमति के बिना ही हो रहा था। अब उन्होंने अनुमति देकर दिल्ली वालों के लिए परिवहन सुविधा का उपहार दिया है।
दिल्ली दो करोड़ से अधिक आबादी वाला शहर है, जहां मेट्रो ट्रेन, बस और कार-टैक्सी की पहले से सुविधा है। अब बाइक टैक्सी की सुविधा नियमित होने से सामान्य जन खासकर कम आय वर्ग के लोगों को बहुत फायदा होगा। यही नहीं, बाइक टैक्सी के व्यवसाय से बहुत सारे बेरोजगारों को रोजगार मिलेगा। लब्बोलुआब यह है कि जब सामान्य लोगों के हित को ध्यान में रखकर कोई भी नीति बनाई जाती है तो उसका लाभ उठाने वालों की संख्या न सिर्फ ज्यादा होती है बल्कि चर्चित भी होती है। बाइक टैक्सी के मॉडल को दूसरे राज्य भी अपना सकते हैं। यह पैसेंजर और बाइक टैक्सी मालिक दोनों के लिए अच्छी रहेगी।