नेट क्लियर मास्क सिल कर कर रहे है गुजारा
अगर किसी कॉलेज में पढ़ाएंगे...तो केवल 5 महीने वेतन मिलेगा और वेतन भी केवल 5 हजार रुपये महीना।
कोरोना काल में लॉकडाउन मार्च से महाविद्यालय ने स्ववित्तपोषित शिक्षकों को वेतन नहीं दिया है और ये सब सरकार के शिक्षामंत्री और शिक्षा विभाग तथा विश्वविद्यालय को पता
महाविद्यालय और महाविद्यालय के प्रबंधतंत्र को संरक्षण प्राप्त है। कारण अधिकतर विधायक सांसद या पूंजीपतियों के कॉलेज हैं।