लखनऊ के इंदिरा नगर स्थित इरम पब्लिक कॉलेज में शनिवार को राज्य खादी और ग्रामोद्योग आयोग ने विश्व मधुमक्खी दिवस का आयोजन क
लखनऊ के इंदिरा नगर स्थित इरम पब्लिक कॉलेज में शनिवार को राज्य खादी और ग्रामोद्योग आयोग ने विश्व मधुमक्खी दिवस का आयोजन किया। । इस अवसर इरम पब्लिक कॉलेज के लगभग 50 विद्यार्थियों ने एक कला प्रतियोगिता में हिस्सा लिया, जिसका उद्देश्य छात्रों में मधुमक्खी के बारे में ज्ञान अर्जित करना एवं इसके द्वारा उत्पन्न विभिन्न रोजगार के अवसरों के बारे में जानकारी देना था। इरम पब्लिक कॉलेज की प्रधानाचार्या श्रीमती सहर सुलतान ने बताया कि उनके विद्यालय का उद्देश्य विद्यार्थियों में शैक्षणिक योग्यता के साथ साथ प्रोफेशनल स्किल को भी विकसित करना होता है और यह कार्यक्रम इसी उद्देश्य की पूर्ति की एक कड़ी का हिस्सा है। कार्यक्रम में खादी–ग्रामोद्योग आयोग के निदेशक डॉ नितेश धवन ने बताया कि प्रदेश के कई जिलों के 30 लाभार्थियों को 300 मौन पालन बॉक्स और टूलकिट वितरित की गई। लाभार्थियों को बॉक्स और टूलकिट वितरण खादी–ग्रामोद्योग आयोग, मुंबई के अध्यक्ष मनोज कुमार ने वर्चुअली किया। उन्होंने आगे बताया कि राज्य कार्यालय, लखनऊ ने पिछले 5 सालों में 500 लाभार्थियों को 5000 मधुमक्खी बॉक्स दिया है। जिससे मौन पालकों ने 2 लाख किलो से ज्यादा शहद, 678 किलो वैक्स और 18 हजार किलो से ज्यादा पॉलेन का उत्पादन किया है।इस दौरान कार्यक्रम में भाग ले रहे करीब 150 विद्यार्थियों को पर्यावरण में मधुमक्खियों के महत्त्व के बारे में बताने के लिए मौन पालन विशेषज्ञ डॉ नितिन कुमार सिंह ने मधुमक्खी और मौन पालन के बारे में प्रकृति और कार्य क्षेत्रों के प्रति नए दृष्टिकोण के साथ छात्रों को विस्तार से बताया । डॉ नितिन ने कहा कि “मौन पालन से हमें शहद तो मिलता ही है, साथ ही मोम, रॉयल जेली, बी वेनोम भी मिलता है। इसके अलावा मौन पालन फसलों की उत्पादक क्षमता भी 30% तक बढ़ाता है”।इस मौके पर 5 अनुभवी मौन पालकों को सम्मानित भी किया गया एवं विभाग की ओर से परिसर को पौधे भेंट किए गए।