logo

भौकल ने खेल बिगाडा ,रोड शो, जनसंपर्क ने किए मायूस *बुर्का पहनाकर मुस्लिम समुदाय को गुमराह करने की खबर *दिहाडी मज

भौकल ने खेल बिगाडा ,रोड शो, जनसंपर्क ने किए मायूस

*बुर्का पहनाकर मुस्लिम समुदाय को गुमराह करने की खबर

*दिहाडी मजदूर, पल्लेदार की मण्डी सूनी, निर्माण, बाजार का काम बाधित

अमेठी। नगर निकाय चुनाव सामान्य 2023 के चुनाव मे सिर्फ भौकल चकाचक चल रहा है। रोड शो अब लोगो के बीच बेअसर साबित हो रहा है। नगर मे गांव के लोग सहलग के चलते ख़रीदारी मे बाजार मे छाये रहते है। भीड को निकाय के प्रत्याशी देख रोड शो का सिलसिलेवार खेल 29 अप्रैल से चुनाव प्रचार प्रसार अभियान चल रहा है। इस अभियान मे नन्हे- मुन्ने बच्चे,बच्चो वाली माताए,दिहाडी मजदूर,राजमिस्त्री आदि शामिल हुए। प्रत्याशी भी साथ चलने को तैयार नही। समर्थक ही चुनाव प्रचार के सारथी रहे। सैकड़ो की संख्या मे लोगो का जत्था मुख्य सडको पर रेगता नजर आया। कुछ तो भाईया का भौकल गरमा रहे थे। कुछ के मुंह से आवाज निकाल रही थी। तो कुछ के मुंह से खमोशी रही। कुछ सड़क पर रेग रहे थे। यही हाल सभी प्रत्याशी का चल रहा है। पार्टी के नेता और कार्यकर्ताओ ने चुनाव को गम्भीरता से नही ले रहे है। क्योंकि पार्टी नेताओ को कांग्रेस छोड़कर बाकी दलो का यही हाल है। भौकल निकाय चुनाव मे निरन्तर जारी है। यही हाल रोड शो का रहा। नगर मे इस कदर रोड पर लोगो की भीड दौडी। कि अब रोड शो भी बेअसर हो चला है। रोड शो का क्या असर रहे जब तीन-चार सौ रुपए की दिहाडी मजदूर को मिल रही है। बुर्का पहनने पर हिन्दू महिलाओ को पांच सौ रुपए खर्च देने का चलन रहा। कई महिलाओ ने रुपए की लालच मे बुर्का पहनकर ईमान बेच दिए। सभी प्रत्याशी अपने समर्थन मे मुस्लिम समुदाय की सहभागिता दिखाने के लोकतंत्र के प्रजातंत्र को गन्दा करने मे लगे है। भौकल के खेल मे चकाचौंध की राजनीति जोरो पर चल रही। निष्ठा और प्रतिष्ठा तार तार हो चली है। पार्टी नेताओ ने रोड शो एव जनसंपर्क किये। जिसमे भाजपा नेता डाॅ संजय सिंह,आप नेता संजय सिंह,जिला पंचायत अध्यक्ष राजेश कुमार अग्रहरि,प्रदेश सरकार के मंत्री गिरीश यादव आदि नेताओ ने रोड शो और जनसंपर्क अभियान चलाया। लेकिन भीड कभी मतदाताओ के वोट मे तब्दील नही होने की ख़बर है।
राम लीला मैदान मे मजदूर की मण्डी लगती थी। लेकिन निकाय चुनाव मे मजदूर को मजदूरी नही करनी पड रही है। उनका काम अब चुनाव प्रचार प्रसार मे चल रहा है। निर्माण कार्य बन्द चल रहा है। सरकार तो रोजगार नही दे पायी। लेकिन निकाय चुनाव ने मजदूरो को चुनाव प्रचार प्रसार मे काम मिल जाने से गृहस्थी चल रही है। वही बाजार मे पल्लेदार भी चुनाव प्रचार मे जुट गए है। ढुलाई का काम आढत पर ठप चल रहा। बाजार मे मंहगे दामो पर पल्लेदार काम करने से कन्नी काट रहे है। चुनाव मे मतदाताओ के सेटिंग गेटिग का खेल मे पल्लेदार लगे हुए है।

9
1377 views