Jhansi: झांसी के इस मंदिर में हर बीमारी के लिए अलग-अलग देवियां विराजमान, जानें इतिहास और मान्यता यूपी के झांसी शहर क
Jhansi: झांसी के इस मंदिर में हर बीमारी के लिए अलग-अलग देवियां विराजमान, जानें इतिहास और मान्यता यूपी के झांसी शहर का पंचकुइयां माता मंदिर खासा मशहूर है. यहाँ कई देवियां विराजमान हैं. इस मंदिर में आस्था और भक्ति के साथ-साथ लोग खुद का इलाज भी करवाने आते हैं. (1) झांसी. यूपी के झांसी शहर में पंचकुइयां माता का ऐसा सिद्ध मंदिर है, जहां आस्था और भक्ति के साथ-साथ लोग खुद का इलाज भी करवाने आते हैं. झांसी किले के दुर्ग के पास स्थित इस मंदिर का निर्माण 16 वीं शताब्दी में ओरछा के महाराजा वीर सिंह जूदेव ने करवाया था. किले के निर्माण के दौरान ही उन्होंने इस मंदिर का भव्य रूप देकर निर्माण करवा दिया था. इस मंदिर में विशेष रूप से सभी मूर्तियों का मुख दक्षिण दिशा की ओर है. मंदिर के अंदर ही पांच छोटे कुएं हैं. इसी कारण से इस मंदिर का नाम पंचकुइयां मंदिर रखा गया था. मंदिर के पंडित विष्णु महाराज ने यहां विराजमान देवियों और उनसे जुड़ी मान्यताओं के बारे में News18 Local की टीम को विस्तार से बताया.(2) फलक बराई माता की पूजा करने से टाइफाइड और मलेरिया जैसी बीमारियों से छुटकारा मिलता है.अगर किसी की बीमारी लंबे समय से ठीक नहीं हो रही है, तो वह फलक बराई माता के यहां एक चूड़ी या चुन्नी रख कर मन्नत मांग लेता है. स्वस्थ होने का बाद यहां श्रृंगार का सामान चढ़ाना होता है.(3) चिकन पॉक्स होने पर लोग संकटा माता के दर्शन करते हैं. यहां नीम के पत्ते और नींबू चढ़ाने से चेचक ठीक होने की मान्यता है. दाग उतर जाने के बाद भी लोग दर्शन करने आते हैं.(4) खिजली माता की पूजा उन बच्चों के माता पिता करते हैं, जो बहुत ज्यादा चिड़चिड़े होते हैं या रोते हैं. बच्चों की खीझ या चिड़चिड़ापन दूर करने के लिए माता पिता यहां आकर पूड़ी और खीर चढ़ाते हैं.(5) गोदरी माता के पास वह लोग आते हैं, जो खसरा बीमारी से ग्रसित होते हैं. मान्यता है कि सफेद कागज पर पालक चढ़ाकर पूजा करने से यह बीमारी जल्दी ठीक हो जाती है. ठीक होने के बाद भी लोग दर्शन करने के लिए यहां आते हैं.(6) मोतीझरा की बीमारी के लिए मोतीझरा माता के यहां लोग पूजा करने आते हैं. यहां लोग आकर मन्नत मांगते हैं. बीमारी ठीक होने के बाद लोग इन माता को पालक की भाजी चढ़ाते हैं.( नोट- उपरोक्त कथन मान्यताओं पर आधारित हैं, इसकी पुष्टि नहीं की जा सकती। साभार: News18)