
थाना प्नभारी के गैर हाजिरी में शिकायत दर्ज करने पुलिस ने किया इंकार,,निराश हो एसडीओपी कार्यालय पहुँच लगाये न्याय की गुहा
थाना प्नभारी के गैर हाजिरी में शिकायत दर्ज करने पुलिस ने किया इंकार,,निराश हो एसडीओपी कार्यालय पहुँच लगाये न्याय की गुहार,–
अनूपपुर(मध्यप्नदेश)–उल्लेखनीय है कि इन दिनों जिले में कानून व्यवस्था की रफ्तार धीमी गति पर चलती दिखाई पड़ रही꫰ आचार संहिता लगते ही न्याय प्नभारी मनमानी पर उतारु हो रहे꫰ मानो इनकी मर्जी होगी तब रिपोर्ट दर्ज करेंगे वरना जहाँ जाना है चले जाओ꫰ इस तर्ज पर पुलिस कार्य करने में लगी है꫰ जिन पर पीड़ित लोग बड़ी उम्मीद लगाये हुये थाना पहुँच अपने साथ घटित हुये घटना के संबंध में शिकायत दर्ज करा निवारण हेतु जाते हैं बावजूद इसके फरियादियों की शिकायत पर मामला दर्ज न करना पुलिस के कार्यशैली पर सवालिया निशान जैसा है꫰ वह भी जब मामला महिला के सम्मान की हो꫰
दरअसल एक मामला प्नदेश व जिले के अंतिम छोर के थाना बिजुरी क्षेत्रांतर्गत का है꫰ जहाँ दो लोगों के बीच आम रास्ते को बंद किये जाने को लेकर विवाद उठा जिसमें पुरुष द्वारा दो महिलाओं के साथ अभद्रता व मारपीट करने का मामला सामने आया है꫰ जिसकी शिकायत करने जब पीड़ित महिला थाना बिजुरी पहुंची तब उस वक्त मौजूद पुलिस कर्मी ने मामले को दर्ज करने साफ मना कर दिया गया꫰ बिजुरी पुलिस कर्मी की बात सुन दोनों महिला प्नार्थी विवशता वश न्याय की आस में कोतमा एसडीओपी कार्यालय पहुँच शिकायत आवक जावक जमा कर रिसीविंग लिया गया꫰ जिस मामले पर पुलिस द्वारा अब भी कार्यवाही आरोपित व्यक्ति खिलाफ शून्य है और पीड़िता अब भी न्याय की आस लगाये बैठे हैं꫰
विषय- मारपीट करने गाली - गलौज करने तथा साड़ी फाड़ कर बेईजत करने पर कार्यवाही करने बावत् ।
शिकायत मामला –
महोदय, हम प्रार्थीया लीलावती राठौर पति तुलसी राठौर तथा सुष्मिता तराई पति सनातन वार्ड नं0-04 , मैर टोला रोड , माइनर्स कॉलोनी , बिजुरी की निवासी है । • महोदय हम दोनों दिनांक 29/06/2022 को सुबह 8 बजे लगभग अपनी बाड़ी की जुताई करने के लिए ट्रैक्टर बुलाये थे꫰ लेकिन सूरज प्रजापति व उसकी माँ के द्वारा ट्रैक्टर को अन्दर नहीं जाने दिया गया व जो सार्वजनिक रास्ता है जिससे सभी का निस्तारण होता है उसे अवरूद्ध कर दिया गया है । हमारे द्वारा उन्हें मना किया गया कि सार्वजनिक रास्ते को बंद ना करें तो उन्होंने हमारे साथ मारपीट की एवं भद्दी - भद्दी गालीयां भी दी गईं और सूरज प्रजापति के द्वारा हमारे छाती में मुक्के से मारा व साड़ी फाड़ दिया गया और बहुत बेईजत किया गया꫰ जिससे हम दोनो स्त्री समाज के बीच में बहुत बेईजत हुए ।
1. महोदय हमारे द्वारा इसकी शिकायत करने बिजुरी थाने गये तो वहाँ राजनीतिक दबाव में आकर हमें भगा दिया गया तथा हमारी शिकयात दर्ज नहीं की गई । महोदय निवेदन है कि मामले की जाँच करते हुए उचित कार्यवाही की जाये꫰
जानकारी लेने पर पीड़िता का कहना –
शिकायत दर्ज कराने पहुंचने पर बिजुरी पुलिस द्वारा शिकायत दर्ज करने से साफ इंकार कर दिया गया उस वक्त थाना प्नभारी बिजुरी मौजूद नहीं रहे , सूचना देकर शिकायत दर्ज कराने हेतु जब थाना प्नभारी को फोन लगाया गया तब उनके द्वारा फोन काॅल रिसीव नहीं किया गया꫰ जिससे हमने न्याय की आस में एसडीओपी कार्यालय में जाकर आवक जावक में शिकायत पत्र जमा किये हैं꫰ जिसकी रिसीविंग हमारे पास मौजूद है और अब श्रीमान कोतमा एसडीओपी साहब से ही न्याय की उम्मीद है कि निष्पक्षता पूर्वक बिना राजनैतिक दबाव के आरोपी के खिलाफ उचित दण्डनीय कार्यवाही करेंगे꫰
सवाल उठता है कि पीड़िता के शिकायत को दर्ज करने उस वक्त मौजूद बिजुरी पुलिस कर्मी ने इंकार क्यूँ कर दिया꫰ रहा राजनैतिक दबाव या फिर कोई और बात रही! एक तौर पर पुलिस कर्मी का कृत्य संदेहास्पद दिख रहा꫰
एसडीओपी साहब को पीड़िता के शिकायत मामले के साथ मौजूद पुलिस कर्मी के द्वारा किये गये कृत्य की जाँच करानी चाहिये ताकि किसी और लोगों के साथ ऐसा न होने पाये꫰ गौरतलब हो कि पुलिस जनता की सेवा के लिये है या फिर प्नताड़ित करने के लिये꫰ जब न्याय प्नभारी ऐसा करेंगे तब पीड़ित लोग कहाँ और किसके पास जायेंगे꫰ क्या अब इस मामले में पीड़ित दोनों महिलाओं के साथ पुलिस न्याय करेगी या आरोपित व्यक्ति का साथ देकर मामले को दबाने की कोशिश करेगी यह आगे ही पता चल पायेगा꫰