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मध्य प्रदेश के इंदौर शहर से एक ऐसी दिल दहला देने वाली घटना

मध्य प्रदेश के इंदौर शहर से एक ऐसी दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे इलाके को सन्न कर दिया। लसूड़िया थाना क्षेत्र में एक घर से पति-पत्नी के सड़े-गले शव मिलने के बाद हर कोई स्तब्ध है। हैरानी की बात यह है कि पति की मौत के बाद पत्नी करीब एक सप्ताह तक उसी घर में उसके शव के साथ रही और फिर उसकी भी रहस्यमयी परिस्थितियों में मौत हो गई। दोनों शव लगभग 15 दिनों तक घर के अंदर ही पड़े रहे।
दुर्गंध ने खोला मौत का राज
स्थानीय लोगों को जब घर से असहनीय बदबू आने लगी, तब उन्हें किसी अनहोनी की आशंका हुई। पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी कि दंपती कई दिनों से घर से बाहर नहीं निकले हैं और दरवाजा अंदर से बंद है। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और दरवाजा तोड़कर अंदर दाखिल हुई। अंदर का नजारा देखकर पुलिसकर्मी भी सिहर उठे।
घर के अंदर का भयावह दृश्य
घर की पहली मंजिल पर बिस्तर पर पुरुष का शव पड़ा हुआ था, जबकि महिला का शव बाथरूम से बरामद हुआ। पूरे मकान में तेज बदबू फैली हुई थी, जिससे साफ था कि मौत कई दिन पहले हो चुकी है। शवों की हालत देखकर पुलिस ने अनुमान लगाया कि ये करीब दो हफ्ते पुराने हैं। मृतकों की पहचान कन्हैयालाल बरनवाल (47) और उनकी पत्नी स्मृति बरनवाल (42) के रूप में हुई।प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि कन्हैयालाल की मौत करीब 15 दिन पहले हो गई थी। वह लकवाग्रस्त थे और लंबे समय से घर से बाहर नहीं निकलते थे। पति की मौत के बाद स्मृति ने किसी को इसकी जानकारी नहीं दी और उसी घर में पति के शव के साथ करीब सात दिन तक रही। माना जा रहा है कि मानसिक तनाव, डर और अकेलेपन ने उसे अंदर से तोड़ दिया।
बाथरूम में मिली पत्नी की लाश
सूत्रों के अनुसार स्मृति की मौत तीन-चार दिन पहले हुई है। उसका शव बाथरूम में बैठी हुई अवस्था में मिला, सिर दीवार से टिका हुआ था और बाथरूम अंदर से बंद था। यह आशंका जताई जा रही है कि उसने भी आत्महत्या की हो, हालांकि पुलिस किसी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।
पड़ोसियों से बना कर रखते थे दूरी
पड़ोसियों के मुताबिक दंपती बेहद निजी जीवन जीते थे और आसपास के लोगों से ज्यादा मेल-जोल नहीं रखते थे। कन्हैयालाल मूल रूप से उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ के रहने वाले थे और पहले पीथमपुर के फार्मा सेक्टर में नौकरी करते थे। बाद में उन्होंने नौकरी छोड़ दी थी। वर्ष 2016 में उन्होंने यह मकान बनवाया था। घर में पति-पत्नी के अलावा कभी किसी रिश्तेदार की आवाजाही नहीं देखी गई।जांच के दौरान यह भी सामने आया कि स्मृति ने 23 नवंबर को दूधवाले से दूध देना बंद करने को कहा था। यह संकेत देता है कि उस समय तक घर के अंदर हालात सामान्य नहीं थे। पुलिस इस बिंदु को भी जांच में शामिल कर रही है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुलेगा सच
पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। एडिशनल डीसीपी और थाना प्रभारी के अनुसार मौत के वास्तविक कारणों का खुलासा रिपोर्ट आने के बाद ही हो सकेगा। फिलहाल यह मामला आत्महत्या, मानसिक तनाव और सामाजिक अलगाव के खतरनाक परिणामों की ओर इशारा करता है, जिसने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया है।

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