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हरदोई: धान केंद्रों पर भ्रष्टाचार का ‘काला खेल’, असली किसान बेहाल, कागजी किसान मालामाल!

---------रिपोर्टर यूनुश सिद्दीकी -------------
​हरदोई। जिले में धान और बाजरा खरीद केंद्र भ्रष्टाचार के अड्डे बन चुके हैं। सरकारी तंत्र की मिलीभगत से गरीबों और मेहनतकश किसानों के हक पर सरेआम डाका डाला जा रहा है। ताजा मामला सामने आया है जहाँ ग्राम रोहापार निवासी संजीव गुप्ता ने खाद्य एवं रसद विभाग के प्रमुख सचिव को पत्र लिखकर विभाग के अधिकारियों और बाबुओं की पोल खोल दी है। शिकायतकर्ता का आरोप है कि केंद्रों पर रोजाना शाम 4 से 6 बजे के बीच फर्जी अंगूठे लगवाकर खरीद दिखाई जाती है। असली किसानों से ₹200 प्रति क्विंटल की 'कमीशन' मांगी जा रही है, जबकि दलालों और फर्जी ठेकेदारों के कूट रचित दस्तावेजों के सहारे करोड़ों का खेल हो रहा है।आरोप है कि डिप्टी आरएमओ और उनके चहेते बाबू मनोज शर्मा व धर्मेन्द्र के संरक्षण में बड़ा फर्जीवाड़ा चल रहा है। शाहाबाद और अन्य केंद्रों पर अमन बाबू, आकाश कुमार जैसे कई नाम शामिल हैं, जिनके पास जमीन न होने या गलत पते के बावजूद फर्जी खतौनी और सत्यापन के आधार पर सैकड़ों क्विंटल बाजरा खरीद लिया गया। ​तहसील से लेकर केंद्र तक 'सेटिंग' का जाल हैरानी की बात यह है कि लेखपाल और चकबंदी विभाग की आईडी का इस्तेमाल कर मोटी रकम के बदले फर्जी सत्यापन किए जा रहे हैं। किसान संजीव गुप्ता का कहना है कि जब तक इन भ्रष्ट अधिकारियों का जनपद से स्थानांतरण नहीं होता, तब तक निष्पक्ष जांच संभव नहीं है। अब देखना यह है कि प्रशासन इन 'कुर्सीधारी दलालों' पर नकेल कसता है या किसान यूँ ही लुटता रहेगा।
​रिपोर्टर यूनुश सिद्दीकी
हरदोई

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