
*शास्त्रों के अनुसार असली राम कौन?*
केसली (म.प्र) । दिनांक 21 दिसंबर 2025 दिन रविवार को जिला सागर कि तहसील केसली में संत रामपाल जी महाराज जी के सा
*शास्त्रों के अनुसार असली राम कौन?*
केसली (म.प्र) । दिनांक 21 दिसंबर 2025 दिन रविवार को जिला सागर कि तहसील केसली में संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में एक दिवसीय जिला स्तरीय सत्संग आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में आस-पास के गांव व दूर दराज से लोग सत्संग सुनने के लिए उपस्थित हुए। सेकड़ो की संख्या मे लोग सत्संग सुनने आये, सत्संग का प्रसारण प्रोजेक्टर के माध्यम से किया गया।
सत्संग मे असली राम कौन जिनके ऊपर कोई और राम नहीं है। शास्त्रों से प्रमाणित कर बताया गया।
संत रामपाल जी महाराज ने सत्संग मे बताया की पूर्ण परमात्मा अजन्मा है जिसकी कभी जन्म मृत्यु नहीं होती है जबकि श्री राम जी के रूप में विष्णु जी का मानव अवतार हुआ और उन्होंने जो कष्टों का सामना किया उससे साबित होता है कि सतोगुण विष्णु जन्म और मृत्यु के चक्र में हैं। वह शाश्वत नहीं है। एक समय में भगवान विष्णु अपने निवास स्थान 'वैकुंठ' में शेषनाग की शैय्या पर विश्राम करते हैं तो दूसरी ओर वे पृथ्वी पर अवतार लेते हैं और मानव जन्म में दुःख भोगते हैं। श्रीमद् देवी भागवत (दुर्गा) पुराण और शिव महापुराण इस बात का प्रमाण देते हैं कि ब्रह्मा, विष्णु, शिव जन्म और पुनर्जन्म के चक्र में हैं। वे नश्वर हैं।
सत्संग के माध्यम से संत जी ने पवित्र शास्त्रों से अनेकों प्रमाण दिये , जिससे यह साबित होता है कि अयोध्या के भगवान राम नहीं, बल्कि आदि राम जो अमरलोक 'सतलोक' में रहते हैं , की भक्ति की जानी चाहिए, जिनके बारे में भक्त समाज आज तक अनजान हैं।
संत जी ने बताया कि इसका उल्लेख सूक्ष्म वेद में किया गया है-
राम राम सब जगत बखाने, आदि राम कोई बिरला जाने ||
साथ ही सूक्ष्म वेद में वाणी है:-
"एक राम दशरथ का बेटा, एक राम घट-घट में बैठा।
एक राम का सकल पसारा, एक राम दुनिया से न्यारा।।
सत्संग श्रवण करने आए श्रद्धालुओं के लिए शुद्ध पेयजल व चाय-बिस्कुट की निःशुल्क व्यवस्था भी की गई ।
साथ ही ज्ञान गंगा, जीने की राह और गीता तेरा ज्ञान अमृत जैसी कई धार्मिक पुस्तके उचित मूल्य पर उपलब्ध कराई गई।