वेदान्त 2.0 का अंतिम कथन ✦
ईश्वर बाहर नहीं है।
ईश्वर भीतर है।
धर्म बाहर नहीं है।
धर्म आत्मा की सुनवाई है।
मोक्ष भविष्य में नहीं है।
वेदान्त 2.0 का अंतिम कथन ✦
ईश्वर बाहर नहीं है।
ईश्वर भीतर है।
धर्म बाहर नहीं है।
धर्म आत्मा की सुनवाई है।
मोक्ष भविष्य में नहीं है।
मोक्ष अभी है—
यदि आत्मा को प्राथमिकता दी जाए।
आत्मा को छोड़कर
जो भी चुना जाता है—
वही पतन है।
यही वेदान्त 2.0
░A░ ░P░h░i░l░o░s░o░p░h░y░ ░t░h░a░t░ ░T░r░a░n░s░f░o░r░m░s░ ░S░p░i░r░i░t░u░a░l░i░t░y░ ░i░n░t░o░ ░a░ ░S░i░m░p░l░e░ ░S░c░i░e░n░c░e░