
मजदूर कानून के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन, सरकार पर मजदूर विरोधी नीति का आरोप
यमुनानगर,19 दिसंबर,2025.
आज केकेसी यमुनानगर जिला श्रम विभाग कार्यालय के सामने केकेसी जिला यमुनानगर प्रभारी श्री संजय मलिक प्रदेश महासचिव, की मौजूदगी में केकेसी जिलाध्यक्ष यमुनानगर संजय सिंह पूर्व सरपंच के नेतृत्व में श्रम विभाग कार्यालय यमुनानगर के सामने 4 श्रम काले कानून के विरोध में प्रतियां जलाई गई और Assistant Labour Commissioner को ज्ञापन सौंपा।लागू श्रम संहिताएं (Labour Codes) के विरोध में प्रदर्शन भी किया केकेसी प्रदेश वाईस चेयरमैन श्री बलजिंदर सिंह, केकेसी प्रदेश वाईस चेयरमैन श्री जगमाल सिंह, केकेसी प्रदेश सचिव श्रीमती पुजा कश्यप, श्रीमती किरन देवी , जिला कांग्रेस कमेटी यमुनानगर के ग्रामीण जिलाध्यक्ष श्री नरपाल गुर्जर और शहरी जिलाध्यक्ष श्री देवेन्द्र सिंह और 2024 में यमुनानगर विधानसभा से चुनाव में प्रत्याशी रहे श्री रमन त्यागी जी और सेंकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहें
केंद्र सरकार द्वारा लाए गए चारों श्रम संहिताएं (Labour Codes) — औद्योगिक संबंध संहिता ज़मीन पर पूरी तरह विफल, मज़दूर-विरोधी और केवल कॉरपोरेट-हितैषी साबित हुए हैं। इन संहिताओं ने दशकों के संघर्ष से प्राप्त मज़दूरों के अधिकारों को छीन लिया है, नौकरी की सुरक्षा खत्म कर दी है और 90% से अधिक कार्यबल (असंगठित क्षेत्र) को भ्रम की स्थिति में धकेल दिया है।
•यूनियनों पर शिकंजा: ट्रेड यूनियन बनाने और मान्यता प्राप्त करने के नियमों को इतना सख्त कर दिया गया है कि मज़दूरों की सामूहिक सौदेबाजी (Collective Bargaining) की ताकत खत्म हो गई है।
•हड़ताल (Strike) करना असंभव: किसी भी हड़ताल से पहले 60 दिन का नोटिस देना अनिवार्य कर दिया गया है। जब तक मामला सुलह (Conciliation) में है, हड़ताल को अवैध माना जाएगा। यानी, विरोध का अधिकार छीन लिया गया है। नौकरियों को खत्म कर 'फिक्स्ड टर्म' (निश्चित अवधि) की नौकरियों को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिससे भविष्य की सुरक्षा खत्म हो जाएगी।