
श्री महावीर जैन पब्लिक स्कूल में सीबीएसई द्वारा ‘हैप्पी क्लासरूम’ पर एक दिवसीय क्षमता निर्माण कार्यक्रम आयोजित
कुरुक्षेत्र, 13 दिसम्बर। श्री महावीर जैन पब्लिक स्कूल में केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के तत्वावधान में ‘हैप्पी क्लासरूम’ विषय पर एक दिवसीय क्षमता निर्माण कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य शिक्षकों कीे शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार के साथ-साथ सकारात्मक, आनंददायक एवं विद्यार्थी-केंद्रित शिक्षण वातावरण विकसित करने के लिए प्रेरित करना था।
कार्यक्रम में रिसोर्स पर्सन के रूप में श्रीमती पूजा छाबड़ा एवं श्रीमती शिवानी कैन्थला उपस्थित रहीं। दोनों विशेषज्ञों ने संवादात्मक सत्रों, गतिविधियों एवं व्यावहारिक उदाहरणों के माध्यम से बताया कि हैप्पी क्लासरूम का सीधा प्रभाव विद्यार्थियों की शैक्षणिक उपलब्धियों, समझने की क्षमता और परीक्षा परिणामों पर पड़ता है। उन्होंने कहा कि सकारात्मक कक्षा वातावरण से विद्यार्थियों की एकाग्रता, सीखने की रुचि और प्रदर्शन में निरंतर सुधार होता है।
कार्यशाला के दौरान नवीन शिक्षण पद्धतियाँ, गतिविधि-आधारित शिक्षण, परिणाम-आधारित शिक्षा, प्रभावी कक्षा प्रबंधन तथा मूल्यांकन सुधार जैसे महत्वपूर्ण शैक्षणिक विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई। शिक्षकों को यह भी समझाया गया कि भावनात्मक संतुलन और सकारात्मक अनुशासन के माध्यम से पाठ्यक्रम को अधिक प्रभावी और रुचिकर बनाया जा सकता है।
कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय की प्राचार्या पूजा शर्मा द्वारा अतिथियों एवं सभी शिक्षकों के स्वागत से हुई। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि विद्यालय का लक्ष्य विद्यार्थियों की शैक्षणिक उत्कृष्टता के साथ सर्वांगीण विकास करना है। उन्होंने कहा कि जब शिक्षक सकारात्मक सोच और नवीन दृष्टिकोण के साथ अध्यापन करते हैं, तब विद्यार्थी बेहतर परिणाम प्राप्त करते हैं।
कार्यक्रम के दौरान शिक्षकों ने समूह चर्चा, गतिविधियों और अनुभव साझा करते हुए कक्षा-कक्ष में आने वाली शैक्षणिक चुनौतियों के समाधान पर विचार-विमर्श किया। समापन अवसर पर शिक्षकों ने इस कार्यक्रम को अत्यंत उपयोगी और प्रेरणादायक बताया तथा कहा कि इससे उनके शिक्षण कौशल में वृद्धि हुई है और वे विद्यार्थियों की शैक्षणिक प्रगति के लिए नए तरीकों को अपनाने के लिए प्रेरित हुए हैं।
विद्यालय प्रबंधन ने सीबीएसई एवं दोनों रिसोर्स पर्सन्स का आभार व्यक्त करते हुए भविष्य में भी इस प्रकार के शैक्षणिक एवं क्षमता निर्माण कार्यक्रम आयोजित करने की प्रतिबद्धता जताई।