logo

बॉलीवुड का 'कायकल्प' शुरू?

खान गैंग और फर्जी भाईजानों की छुट्टी, असली 'धुरंधर' मैदान में! 🇮🇳
​मित्रों, बहुत सालों से हम शिकायत करते थे कि बॉलीवुड सिर्फ कचरा परोसता है, लेकिन 'धुरंधर' ने सारे समीकरण बदल दिए हैं। 'पठान', 'जवान' और 'टाइगर' जैसी बे-सर-पैर की फिल्मों को इस फिल्म ने एक झटके में कब्र में दफन कर दिया है।
​अगर इजराइल के पास Fauda और Tehran है, तो अब गर्व से कहो कि भारत के पास 'Dhurandhar' है! 🔥
​क्यों देखनी चाहिए हर सनातनी और देशभक्त को यह फिल्म? 👇
​🎥 1. राष्ट्रवाद का असली डोज:
3 घंटे 34 मिनट की यह फिल्म आपको पलक झपकाने का मौका नहीं देगी। यह फिल्म दिखाती है कि हमारे जांबाज कैसे पाकिस्तान के कराची और ल्यारी टाउन में घुसकर उनका गेम बजाते हैं। बलूचिस्तान में मचे हड़कंप और पाकिस्तानियों की बौखलाहट को देखकर हर भारतीय का सीना चौड़ा हो जाएगा।
​💰 2. कड़वा सच:
फिल्म में नोटबंदी (Demonetization) का एक गहरा सच दिखाया गया है, जो दिल पर लगेगा। यह सिर्फ मनोरंजन नहीं, देश की हकीकत है।
​🎭 3. नेपोटिज्म गैंग को तगड़ा तमाचा:
​अक्षय खन्ना: बॉलीवुड के नेपोटिज्म ने इस हीरे को सालों तक साइडलाइन किया। लेकिन 'छावा' के बाद अब 'धुरंधर' में अक्षय खन्ना ने साबित कर दिया कि आमिर, सलमान और शाहरुख 100 जन्म लेकर भी ऐसी एक्टिंग नहीं कर सकते। फिल्म की रीढ़ हैं अक्षय खन्ना!
​आर माधवन: इन्होंने भारत के असली 'जेम्स बॉन्ड' यानी अजीत डोभाल का किरदार ऐसे निभाया है कि आप पहचान नहीं पाएंगे।
​रणवीर सिंह: शुक्र है, जोकर और भांड वाले रोल छोड़कर उन्होंने 'बाजीराव' वाली गंभीरता दिखाई है।
​संजय दत्त: इस उम्र में उनका काम काबिले तारीफ है।
​🤡 4. पाकिस्तान का असली चेहरा:
राकेश बेदी ने एक पाकिस्तानी नेता का रोल किया है (बिल्कुल शेख रशीद जैसा), जिसे देखकर आप अपनी हंसी नहीं रोक पाएंगे। पाकिस्तान की असलियत यही जोकर हैं।

यह फिल्म 'साउथ सिनेमा' के ट्रेंड को टक्कर दे रही है। इसमें न कोई फालतू का एजेंडा है, न सनातन का अपमान। यह शुद्ध भारतीय सिनेमा है।
​हिन्दू, युवा, और हर देशभक्त के लिए यह फिल्म 'Must Watch' है। बॉलीवुड को सबक सिखाने का यही तरीका है—अच्छी और राष्ट्रवादी फिल्मों को सुपरहिट बनाओ और कचरे को नकार दो।
​जाओ और देखो... असली 'धुरंधर' कौन है!

0
0 views