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गया एयरपोर्ट पर फंसे वियतनामी यात्री बस से मुम्बई हुए रवाना

बोधगया के वियतनाम बौद्ध मठ सभी को काटनी पड़ी रात, एयरलाइन से नहीं मिली कोई सहायता तो टूर ऑपरेटर बने सहारा

गया एयरपोर्ट पर गुरुवार को इंडिगो की गया–दिल्ली फ्लाइट संख्या 6ई 2416 अचानक रद्द होने से वियतनाम के कुल 35 यात्री करीब 18 घंटे से अधिक समय तक एयरपोर्ट से बोधगया के बीच फंसे रहे। शुक्रवार की अहले सुबह सभी 35 वियतनामी यात्री अपने-अपने निजी खर्च पर बस से मुंबई के लिए रवाना हुए। ताकि ये सभी यात्री वहां से अपने निर्धारित अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को पकड़ सकें। फ्लाइट रद्द होने की इस घटना ने एयरलाइंस कंपनी की व्यवस्था और यात्री सेवा पर कई सवाल खड़ा कर दिया है। अचानक उत्पन्न हुई परिस्थिति में बोधगया के विभिन्न टूर ऑपरेटर आगे आए और उन्होंने यात्रियों की हर संभव मदद की। रंजन पवन, शुभलेंद्र शर्मा उर्फ ननका बाबू, कुशराज, रॉबिंस कुमार उर्फ खजान सिंह, सुमन कुमार, दीपक कुमार सहित अन्य स्थानीय टूर ऑपरेटरों ने यात्रियों को आश्रय, भोजन, भाषाई सहायता और आगे की यात्रा की व्यवस्था में पूरा सहयोग किया। फंसे यात्रियों को गुरुवार की रात बोधगया स्थित कालचक्र मैदान के समीप वियतनाम बौद्ध मठ में ठहराया गया। सबसे बड़ी मुश्किल यह रही कि इंडिगो एयरलाइंस की ओर से यात्रियों को न तो ठहरने की व्यवस्था दी गयी और न ही किसी प्रकार की सहायता की गयी। एयरपोर्ट पर तैनात इंडिगो अधिकारियों व कर्मचारियों के व्यवहार से सभी यात्री दुखी दिखे और असहमति जताते हुए बेहद असहयोगात्मक बताया। विदेशी यात्रियों को भाषाई समस्या के कारण स्थिति और चुनौतीपूर्ण हो गयी थी। सभी यात्री गुरुवार की सुबह करीब नौ बजे गया एयरपोर्ट पहुंच गए थे और दोपहर 12:15 बजे दिल्ली के लिए उड़ान भरनी थी। दिल्ली पहुंचने के बाद इन्हें मुंबई के लिए कनेक्टिंग उड़ान पकड़नी थी, जहां से 27 यात्रियों को हो ची मिन सिटी तथा 8 यात्रियों को हनोई के लिए अंतरराष्ट्रीय उड़ान लेनी थी। सभी का टिकट पहले से बुक था। ऐसे अंतिम समय में फ्लाइट रद्द होने से यात्रियों पर आर्थिक व मानसिक दोनों तरह का दबाव बढ़ गया था।

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