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“लखनऊ में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों का 26वाँ अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन: वैश्विक न्याय, शांति व संयुक्त राष्ट्र सुधार पर मंथन”

सम्मेलन की जानकारी (मुख्य बिंदु)

1. आयोजक
यह सम्मेलन सिटी मोन्टेसरी स्कूल (CMS), लखनऊ द्वारा आयोजित किया गया है।


2. दिनांक और स्थान

सम्मेलन 19 नवंबर से 24 नवंबर 2025 तक होगा।

मुख्य सत्र लखनऊ के CMS कानपुर रोड के ऑडिटोरियम (World Unity Convention Centre, WUCC) में होगा।

पहले सत्र 20 नवंबर को नई दिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित किया गया था।



3. विषय (थीम)

इस वर्ष की थीम है: “A New Look at the United Nations & its Charter: Global Governance for a Sustainable Future in a Fractured World”।

सम्मेलन का फोकस अंतरराष्ट्रीय कानून, वैश्विक शांति, न्याय, और साझा वैश्विक शासन पर है।

विशेष रूप से “अनुच्छेद 51” (भारत के संविधान का) का संदर्भ है, जो अंतरराष्ट्रीय शांति, सुरक्षा और विवादों के शांतिपूर्ण निपटान की बात करता है।



4. प्रतिभागी

लगभग 47 देशों के मुख्य न्यायाधीश, न्यायाधीश, कानूनी विद्वान और वैश्विक नेता इसमें शामिल हो रहे हैं।

यह सम्मेलन पहले भी कई बार (पिछले संस्करणों में) आयोजित किया जा चुका है — अब तक 142 देशों के न्यायाधीश और राष्ट्राध्यक्ष इसमें शामिल हो चुके हैं।

आयोजन में सह-विचारकों (judges, heads of states, विचारकों) का एक बड़ा समूह है।



5. लोकसभा अध्यक्ष की भूमिका

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने उद्घाटन सत्र को संबोधित किया, और उन्होंने “वसुधैव कुटुम्बकम” (समग्र विश्व-समाज) की भावना पर जोर दिया।

उन्होंने कहा कि भारत वैश्विक एकता का मंत्र दे रहा है।



6. उद्देश्य

सम्मेलन का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं, खासकर संयुक्त राष्ट्र, की वर्तमान संरचनाओं पर पुनर्विचार करना है और यह देखना है कि उन्हें कैसे सुधार कर एक अधिक न्यायसंगत, सहयोगी और टिकाऊ वैश्विक शासन की ओर ले जाया जा सके।

यह यह भी देखना चाहता है कि न्यायपालिका (judiciary) किस प्रकार वैश्विक संकटों — जैसे युद्ध, जलवायु परिवर्तन, तकनीकी खतरों आदि — का सामना करने में कानूनी और नैतिक भूमिका निभा सकती है।

एक पैनल चर्चा “न्यायालय सहयोग और मध्यस्थता (arbitration)” को भी कवर करेगा, ताकि अंतरराष्ट्रीय विवादों का शांतिपूर्ण समाधान संभव हो सके।



7. बच्चों की याचिका

सीएमएस (City Montessori School) के छात्रों ने एक “Children’s Appeal” प्रस्तुत की है जिसे सम्मेलन में महत्वपूर्ण माना गया है।

इस याचिका में बच्चों के अधिकारों, उनकी सुरक्षा, और उनके बेहतर भविष्य के लिए न्यायपालिका से आग्रह किया गया है।



8. महत्व

यह सम्मेलन वैश्विक स्तर पर न्यायिक संवाद (judicial dialogue) और सहयोग को बढ़ाने का एक प्लेटफार्म है।

भारत, विशेष रूप से लखनऊ, न्यायिक नेतृत्व और वैश्विक शांति-विचारों के केंद्र के रूप में अपनी भूमिका मजबूत कर रहा है।

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