
, "भक्त दर्शन राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, जयहरीखाल में “देव भूमि नशा मुक्ति अभियान” का सफल आयोजन"
जयहरीखाल संबाददाता कमल उनियाल
छात्र-छात्राओं ने पाँच दिनों तक विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से दिया नशामुक्ति का संदेश
जयहरीखाल, 18 नवंबर 2025: भक्त दर्शन राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, जयहरीखाल में 14 से 18 नवंबर 2025 तक चलाए गए “देव भूमि नशा मुक्ति अभियान” का सफलतापूर्वक समापन हुआ। पाँच दिवसीय इस विशेष कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं को नशे के खतरों से अवगत कराना, मानसिक व शारीरिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाना तथा परिसर और समाज में नशामुक्त वातावरण स्थापित करना था। अभियान के दौरान आयोजित विभिन्न गतिविधियों ने न केवल महाविद्यालय परिवार को बल्कि आसपास के क्षेत्र के लोगों को भी नशामुक्ति का सशक्त संदेश दिया।
पहला दिन – योगासन शिविर और जागरूकता रैली से हुआ शुभारंभ
दिनांक 14 नवंबर को सुबह 7:00 बजे आयोजित योगासन शिविर से अभियान की शुरुआत हुई। इस शिविर में विद्यार्थियों ने योगासन, प्राणायाम एवं ध्यान का अभ्यास कर तनावमुक्त रहने और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के उपाय सीखे। विशेषज्ञों ने युवाओं को समझाया कि तनाव, अवसाद और गलत संगति जैसे कारणों से ही नशे की प्रवृत्ति बढ़ती है, जिसे योग और सकारात्मक दिनचर्या से रोका जा सकता है।
उसी दिन 9:30 बजे गुमखाल क्षेत्र में जागरूकता रैली निकाली गई, जिसमें छात्र-छात्राओं ने “नशा छोड़ो, जीवन जोड़ो”, “स्वस्थ युवा–समृद्ध देश” जैसे प्रभावी नारे लगाते हुए नशा मुक्त भारत का संदेश दिया। रैली ने स्थानीय लोगों का ध्यान आकर्षित किया और अभियान को व्यापक जनसमर्थन मिला।
दूसरा दिन – हस्ताक्षर अभियान में दिखा विद्यार्थियों का संकल्प
15 नवंबर को महाविद्यालय परिसर में हस्ताक्षर अभियान आयोजित हुआ। एक बड़े कैनवास पर विद्यार्थियों, शिक्षकों एवं स्टाफ सदस्यों ने नशामुक्ति के संकल्प पर हस्ताक्षर किए। सैकड़ों हस्ताक्षरों ने स्पष्ट संदेश दिया कि महाविद्यालय परिवार नशे के खिलाफ एकजुट है और इसे जड़ से खत्म करने का संकल्प रखता है।
तीसरा दिन – E-शपथ और ऑनलाइन क्विज में छात्रों की सक्रिय भागीदारी
दिनांक 17 नवंबर को महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो. (डॉ.) एल. आर. राजवंशी की उपस्थिति में E-शपथ समारोह आयोजित किया गया। डिजिटल माध्यम से सभी विद्यार्थियों ने नशे से दूर रहने तथा समाज को नशामुक्त बनाने का संकल्प लिया। अपने संबोधन में प्राचार्य ने कहा,
“युवा ही देश का भविष्य हैं और एक नशामुक्त समाज का निर्माण उनकी सकारात्मक सोच एवं जागरूकता से ही संभव है।”
इसके बाद ऑनलाइन क्विज प्रतियोगिता हुई, जिसमें बड़ी संख्या में छात्रों ने भाग लेकर नशे के दुष्परिणाम, स्वास्थ्य प्रभाव और नशामुक्ति से जुड़े विभिन्न तथ्यों पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दिए।
अंतिम दिन – खेल प्रतियोगिताओं ने बढ़ाया उत्साह
18 नवंबर को अभियान का समापन खेल प्रतियोगिताओं के साथ हुआ। “खेलो-कूदो, नशे को भगाओ” थीम पर आयोजित इन प्रतियोगिताओं में फुटबॉल, क्रिकेट, कबड्डी आदि खेल शामिल रहे। विद्यार्थियों ने टीम भावना और ऊर्जा के साथ खेलों में भाग लेकर यह संदेश दिया कि खेल स्वस्थ और नशामुक्त जीवन का सबसे सुंदर विकल्प हैं।
नोडल अधिकारी श्री वी. के. सैनी का उत्कृष्ट मार्गदर्शन
पूरे पाँच दिनों तक चले इस अभियान का सफल संचालन कार्यक्रम नोडल अधिकारी श्री वी. के. सैनी के नेतृत्व में हुआ। उन्होंने विभिन्न कार्यक्रमों के सुचारू संचालन, प्रतिभागियों के प्रोत्साहन तथा समन्वय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। महाविद्यालय परिवार ने उनके प्रयासों की सराहना की।
“देव भूमि नशा मुक्ति अभियान” ने न केवल छात्रों में जागरूकता बढ़ाई, बल्कि महाविद्यालय परिसर को सकारात्मक और स्वास्थ्यप्रद वातावरण प्रदान किया। इस तरह के आयोजन आने वाली पीढ़ी को नशामुक्त जीवन अपनाने के लिए प्रेरित करते रहेंगे।