
धर्मांतरण मामले में जिला प्रशासन की बड़ी कार्रवाई
👉🏻 मामले के तीनों आरोपियों को स्कूल से हटाया
👉🏻 प्राचार्य का अन्यत्र तबादला
👉🏻 शिक्षिका एवं अधीक्षक बीईओ कार्यालय अटैच
जुन्नारदेव विकासखंड मुख्यालय से लगभग 10 किलोमीटर दूर स्थित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, बिलावर कला में धर्मांतरण के संवेदनशील मामले में जिला प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई कर दी है। यहां मिली जानकारी के अनुसार कार्यालय कलेक्टर (जनजातीय कार्य विभाग शाखा), जिला छिंदवाड़ा के पत्र क्रमांक 5800 के अनुसार धर्मांतरण के मामले में मिली शिकायत के अनुसार यहां पदस्थ शिक्षिका, छात्रावास अधीक्षक एवं प्राचार्य को तत्काल रूप से हटा दिया गया है। इस मामले में पत्र में बताया गया है कि मध्य खबर अखबार में प्रकाशित तथा कन्हान बचाओ मंच के अध्यक्ष मनीष बंटी साहू के द्वारा यहां पदस्थ *शिक्षिका सीमा आह्लाद, एवं अधीक्षक नरेंद्र उईके* के साथ मिलकर धर्मांतरण का कार्य कथित तौर पर किया जाता है। इसमें इस विद्यालय के प्राचार्य *अनिल सूर्यवंशी* के द्वारा उन्हें संरक्षण दिया जाता रहा है। इस मामले में आरोपी शिक्षिका सीमा आह्लाद एवं छात्रावास अधीक्षक नरेंद्र उईके को बीईओ कार्यालय अटैच किया गया है जबकि प्रभारी प्राचार्य अनिल सूर्यवंशी को उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खिड़की कनेरी में पदस्थापित किया गया है। इसी मामले में इसी विद्यालय के अध्यनरत दो आदिवासी छात्रों के द्वारा भी जिला कलेक्टर एवं स्थानीय पुलिस थाने में पहुंचकर इस संदर्भ में सूचना दी गई थी। कि उन्हें संबंधित यह तीनों शिक्षिक एवं शिक्षिका ईसाई धर्म को ग्रहण किए जाने के लिए दबाव डाल रहे हैं। इसके बाद यह मुद्दा जमकर चर्चा में आ चुका था। यही कारण रहा कि इस मामले में जिला प्रशासन के द्वारा सजगता से मामले की प्रारंभिक जांच की गई, जिसके आधार पर इन तीनों ही कर्मचारी व अधिकारी को यहां से हटाकर अन्यत्र स्थान पर पदस्थ किया गया है ताकि जांच किसी भी रूप में प्रभावित न हो सके। इधर *बीईओ ओपी जोशी* ने बताया कि इस मामले में वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में मामले की निष्पक्ष जांच कर विभाग को प्रतिवेदन भेजा जाएगा।
सांसद विवेक बंटी साहू की सभा में गरमाया था मामला....भाजपा नेता आशीष ठाकुर ने उठाया था मामला
धर्मांतरण के इस संवेदनशील मामले को बीते दिनों रन फॉर यूनिटी पदयात्रा में बिलावर कला पहुंचे सांसद विवेक बंटी साहू की आमसभा में इस मामले को पूर्व भाजपा प्रत्याशी आशीष ठाकुर के द्वारा प्रमुखता से उठाया गया था। उन्होंने मंच पर अपने उद्बोधन में यहां वितरित की जा रही नीली किताब से हिंदू आदिवासी विद्यार्थियों को कथित रूप से दबाब व प्रलोभन देकर ईसाई धर्म को ग्रहण किए जाने का दबाव डालने की बात कही थी, जिसको लेकर मामला और अधिक गर्म हो चुका था। यही कारण रहा है कि इस मामले में जिला प्रशासन ने आनन-फ़ानन में बड़ा निर्णय लेते हुए इन तीनों ही अधिकारियों को यहां से हटाकर अन्यत्र पदस्थापित किया है।