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देवांगन समाज ने कुलदेवी मां परमेश्वरी, आदि पुरुष दीपचंद एवं आदि माता हरिणी के नाम पर अलंकरण सम्मान शुरू कर समाज के विभूतियों का किया सम्मान


• देवांगन समाज ने कुलदेवी मां परमेश्वरी, आदि पुरुष दीपचंद एवं आदि माता हरिणी के नाम पर अलंकरण सम्मान शुरू कर समाज के विभूतियों का किया सम्मान
• हमारे पुरोधा समाज की अमूल्य धरोहर है। उनकी प्रेरणा एवं मार्गदर्शन ही हमारे सच्चे पथ-प्रदर्शक है : घनश्याम देवांगन
• परमेश्वरी पुराण के कथा वाचक आचार्य पं. संतोष राव परमेश्वरी सेवा रत्न अलंकरण एवं प्रसिद्ध मूर्ति शिल्पकार अंकुश देवांगन परमेश्वरी कला रत्न अलंकरण से हुए सम्मानित

भिलाई। देवांगन जन कल्याण समिति भिलाई के तत्वावधान में परमेश्वरी भवन प्रगति नगर रिसाली में आयोजित "देवांगन नाईट सांस्कृतिक महोत्सव" में समाजिक उत्थान, कल्याण एवं संगठन में विशिष्ट योगदान देने वाले समाज सेवियों, दानदाताओं एवं विशिष्ट प्रतिभाओं को देवांगन समाज के पुरोधाओं के नाम पर स्थापित सामाजिक अलंकरण प्रदान कर सम्मानित किया गया। सम्मानित होने वालों में परमेश्वरी पुराण के प्रसिद्ध कथा वाचक आचार्य पं. संतोष राव, राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त मूर्ति शिल्पकार अंकुश देवांगन सहित 20 सामाजिक विभूतियां शामिल हैं। समारोह में समाज की प्रतिभाओं को बड़ा मंच प्रदान करते हुए सभी उम्र के लोगों के लिए गीत-संगीत, नृत्य, वाद्ययंत्र वादन, चित्र कला, निबंध लेखन, रंगोली, मेंहदी रचाओ आदि प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गई। कार्यक्रम में नन्ही बालिका सान्वी देवांगन, पूर्वी देवांगन एवं रूपाली देवांगन द्वारा प्रस्तुत आकर्षक नृत्य ने खूब वाहवाही बटोरी।
समारोह के आरंभ में समिति के अध्यक्ष घनश्याम कुमार देवांगन ने कहा कि देवांगन नाईट सांस्कृतिक समारोह के आयोजन का उद्देश्य समाज की छुपी हुई प्रतिभाओं को बड़ा मंच प्रदान कर उन्हें प्रोत्साहित एवं सम्मानित करना है। उन्होंने कहा कि हमारे पुरोधा समाज की अमूल्य धरोहर है। उनकी प्रेरणा एवं मार्गदर्शन ही हमारे सच्चे पथ-प्रदर्शक है। इसलिए समाजसेवा, कला, संस्कृति सहित विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने वाले समाज सेवियों एवं प्रतिभाओं को देवांगन समाज के पुरोधाओं के नाम पर स्थापित सामाजिक अलंकरण प्रदान कर सम्मानित किया गया। सम्मानित होने वालों के नाम इस प्रकार है -
"परमेश्वरी कला रत्न अलंकरण सम्मान" राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त मूर्ति शिल्पकार अंकुश देवांगन को,
"परमेश्वरी सेवा रत्न अलंकरण सम्मान" परमेश्वरी पुराण के प्रसिद्ध कथा वाचक आचार्य संतोष राव गांगुली खरोरा एवं समाज सेवी डॉ. बालमुकुंद देवांगन को, "परमेश्वरी सेवा भूषण अलंकरण सम्मान" सामाजिक उत्थान, संगठन एवं जनकल्याण हेतु चंदूलाल देवांगन, डॉ. श्यामलाल देवांगन, डॉ. जी. एल. देवांगन, डॉ. एस. एम. देवांगन, सुभाषचन्द्र देवांगन, पुरानिक राम देवांगन, यू. सी. देवांगन, रामानन्द देवांगन तथा स्व. डॉ. दुष्यंत देवांगन एवं स्व. झड़ी राम देवांगन को (मरणोपरांत) प्रदान किया गया। साथ ही "आदि पुरुष दीपचंद अलंकरण सम्मान" समाज के विशिष्ट दानदाता नोहर सिंह देवांगन, कुंजलाल देवांगन रायपुर, मुरलीधर देवांगन एवं निर्मल कुमार देवांगन को तथा स्व. सुखीतराम देवांगन एवं स्व. पतीराम देवांगन को मरणोपरांत उनके परिवार को प्रदान किया गया। श्रीमती सुमन देवांगन ने सभी सम्मान प्राप्त विशिष्ट व्यक्तियों की उपलब्धियों एवं उनके योगदान की विस्तृत जानकारियां दी।
समारोह को संबोधित करते हुए प्रसिद्ध कथा वाचक आचार्य पं. संतोष राव ने कहा समाज की प्रतिभाओं को मंच प्रदान कर प्रोत्साहित एवं सम्मानित करना सराहनीय कार्य है। उन्होंने कहा कि लोग लालच में आकर धर्मांतरण न करें। बल्कि अपने कुल एवं समाज की परंपरा एवं संस्कृति का सम्मान करें। समारोह को सम्मान प्राप्त विशिष्ट जनों ने भी संबोधित किया। सभी ने देवांगन समाज के पुरोधाओं के नाम पर स्थापित सामाजिक अलंकरण सम्मान प्रदान करने की सराहना की।
इस अवसर पर दीपावली मिलन के तहत परमेश्वरी मंदिर प्रांगण को दीयों से सजाया गया था और हल्के एवं सुरक्षित पटाखे चलाकर खुशियां मनाई गई।
समाज के सांस्कृतिक प्रभारी रामगोपाल देवांगन के नेतृत्व में समाज के 25 कलाकारों ने नृत्य, गीत, संगीत आदि प्रस्तुत कर समां बांधा। कला विभाग प्रभारी हरिश देवांगन के नेतृत्व में बच्चों के लिए चित्र कला, निबंध लेखन प्रतियोगिताओं का आयोजन संपन्न हुआ। दर्शक देर रात तक गीत-संगीत का आनंद उठाते रहे।
आयोजन को सफल बनाने में सचिव विनोद देवांगन, कोषाध्यक्ष गजेंद्र देवांगन, रेशमलाल देवांगन, त्रिलोक देवांगन, कल्पना भानु देवांगन, जीतेन्द्र बांकुरे, सत्यपाल देवांगन, राजू देवांगन, हेम कैलाश देवांगन, दयाराम देवांगन, होमलाल आदि का सराहनीय योगदान रहा। सम्मान समारोह का संचालन सुमन देवांगन, सांस्कृतिक समारोह का संचालन रामगोपाल देवांगन एवं आभार प्रदर्शन विनोद देवांगन ने किया। समारोह में सम्मान ग्रहण करने वालों के साथ उनके परिजन, समाज के पदाधिकारी एवं सदस्य गण बड़ी संख्या में परिवार सहित उपस्थित थे।

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