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सारंगढ़ में तेजस कोचिंग का शुभारम्भ - प्रभारी मंत्री टंकराम वर्मा बोले, 'अब गरीब का बेटा भी बनेगा अफसर

उच्च शिक्षा, राजस्व, आपदा प्रबंधन, पुनर्वास एवं सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के प्रभारी मंत्री टंकराम वर्मा के हाथों शनिवार को जिला प्रशासन द्वारा संचालित निःशुल्क “तेजस कोचिंग” सारंगढ़ का विधिवत शुभारंभ फीता काटकर किया गया। इस अवसर पर अतिथियों ने मां सरस्वती शारदा के छायाचित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित किया।

‘तेजस’ शब्द में ही ऊर्जा छिपी है – मंत्री वर्मा

सभा को संबोधित करते हुए प्रभारी मंत्री टंकराम वर्मा ने कहा कि “कोचिंग सेंटर के नाम ‘तेजस’ में ही ऊर्जा और उजाला छिपा है।” अब बच्चों को निःशुल्क कोचिंग की सुविधा मिलेगी। उन्होंने कहा कि प्रतिभाशाली बच्चों ने सदा यह दिखाया है कि प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं होती।
मंत्री वर्मा ने कहा कि “आईएएस-आईपीएस के बच्चे अगर अफसर बनें तो नई बात नहीं, लेकिन रिक्शावाले का बेटा बने तो बात है।” मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की सरकार में परीक्षा प्रक्रिया पारदर्शी है और आज गरीब का बेटा भी डिप्टी कलेक्टर बन रहा है।

कोचिंग के छात्रों का उत्साहवर्धन करते हुए उन्होंने शायराना अंदाज में कहा —

“लक्ष्य न ओझल होने पाए, कदम मिलाकर चल,
मंजिल तेरी पग चूमेगी आज नहीं तो कल।”

उन्होंने शिक्षकों को बच्चों का सच्चा मार्गदर्शक बताया और कहा कि तेजस कोचिंग “सबको शिक्षा – समान शिक्षा” की दिशा में एक सशक्त पहल है।

एन अंबिका की प्रेरणादायक कहानी से बच्चों को दी सीख

मंत्री वर्मा ने तमिलनाडु की आईपीएस एन अंबिका की प्रेरक कहानी साझा की। उन्होंने बताया कि 14 साल की उम्र में विवाह और 18 में दो बच्चों की मां बनने के बावजूद अंबिका ने हार नहीं मानी। परेड में आईपीएस अधिकारी को सलाम करते हुए उन्होंने ठाना कि वे भी आईपीएस बनेंगी।
तीन बार असफल होने के बाद चौथी बार परीक्षा उत्तीर्ण कर वे मुंबई पुलिस कमिश्नर बनीं। मंत्री ने कहा, “अंबिका जैसी महिलाएं बताती हैं कि दृढ़ संकल्प से कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं।”

सांसद कमलेश जांगड़े ने कहा – बच्चों का लक्ष्य स्पष्ट हो

लोकसभा जांजगीर-चांपा की सांसद कमलेश जांगड़े ने कहा कि डीएमएफ की बैठक के दौरान कलेक्टर डॉ. संजय कन्नौजे से कोचिंग शुरू करने की बात हुई थी। आज उसका शुभारंभ हुआ है, यह बड़ी खुशी की बात है। उन्होंने कहा, “सभी बच्चे लक्ष्य बनाकर मेहनत करें, सफलता निश्चित मिलेगी। अपने माता-पिता और जिले का नाम रोशन करें।”

कलेक्टर कन्नौजे बोले – अब रायपुर-बिलासपुर जाने की जरूरत नहीं

कलेक्टर डॉ. संजय कन्नौजे ने बताया कि अब प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए जिले के बच्चों को बाहर नहीं जाना पड़ेगा। व्यापम और अन्य परीक्षाओं की तैयारी के लिए यह कोचिंग एक बड़ा अवसर है।
उन्होंने बताया कि कोचिंग के लिए लगभग 1000 बच्चों का प्रवेश परीक्षा लिया गया था, जिनमें से 100 विद्यार्थियों का चयन किया गया है। इस कोचिंग में बिलासपुर के प्रतिष्ठित हरिराम पटेल कोचिंग के अनुभवी शिक्षक पढ़ाएंगे।

अतिथियों की गरिमामयी उपस्थिति

कार्यक्रम में कलेक्टर डॉ. संजय कन्नौजे, पुलिस अधीक्षक आंजनेय वार्ष्णेय, अपर कलेक्टर प्रकाश सर्वे, जिला पंचायत अध्यक्ष संजय भूषण पांडेय, उपाध्यक्ष अजय नायक, सदस्य भूषण जांगड़े, शिवकुमारी साहू, अभिलाषा नायक, विनोद भारद्वाज, सांसद प्रतिनिधि अरुण गुडडू, पूर्व विधायक केराबाई मनहर, जिला अध्यक्ष ज्योति पटेल, पूर्व अध्यक्ष सुभाष जालान, भुवन मिश्रा, दुर्गा ठाकुर, स्वप्निल स्वर्णकार, मनोज जायसवाल, जिला शिक्षा अधिकारी जे.आर. डहरिया तथा पत्रकारगण उपस्थित थे।

कार्यक्रम का मंच संचालन व्याख्याता पुरुषोत्तम स्वर्णकार एवं राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान प्राप्त प्रियंका गोस्वामी ने किया।
रेडक्रॉस, एनसीसी एवं एनएसएस के बच्चों ने शिक्षक भगवानदास बसंत के नेतृत्व में अतिथियों का स्वागत किया और कार्यक्रम में सहयोग प्रदान किया।

विद्यार्थियों ने जताया आभार

तेजस कोचिंग में अध्ययनरत विद्यार्थियों ने इस आयोजन के लिए जिला प्रशासन और सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया तथा सफलता की दिशा में अपनी मेहनत जारी रखने का संकल्प लिया।

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