
पात्र किसानों को शीघ्र मिलेगा वनाधिकार पत्र : कलेक्टर ने लगाईं विशेष चौपालें
डिंडौरी --जिले के पात्र किसानों को शीघ्र वनाधिकार पत्र उपलब्ध कराने और लंबित आवेदनों के त्वरित निस्तारण के उद्देश्य से जिला प्रशासन एवं वन विभाग की ओर से विशेष चौपालों का आयोजन किया जा रहा है। शनिवार को कलेक्टर नेहा मारव्या ने करंजिया विकासखंड के कई वनग्रामों—बावली, बिजौरी, जोगीगुवारा, भलवाही टोला, चौरादादर, सोनतीरथ, खारीडीह, नीमटोला व नीचेटोला—का दौरा कर चौपाल लगाई और ग्रामीणों से सीधे संवाद किया।कलेक्टर ने मौके पर ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं, तत्काल निराकरण भी कराया तथा शेष मामलों को विभागीय अधिकारियों को शीघ्र निपटाने के निर्देश दिए।
बावली चौपाल : 15 आवेदन पात्र पाए गए -- ग्राम बावली में बरगद के पेड़ तले आयोजित चौपाल में 15 आवेदन पात्र पाए गए, जिन्हें वनमित्र पोर्टल पर अपलोड कर दिया गया है। वहीं, दो आवेदनों को ग्राम समिति की कार्यवाही के बाद दो दिन में पोर्टल पर दर्ज कराने के निर्देश दिए गए।ग्रामीणों ने नई माध्यमिक शाला, पेयजल व बिजली की मांग भी रखी। जिस पर कलेक्टर ने धरती-आवा योजना के तहत निर्माण कार्यवाही आरंभ करने का आदेश दिया।
चौरादादर चौपाल : 24 आवेदनों का निस्तारण -- चौरादादर में पंचायत भवन प्रांगण में लगी चौपाल में 24 आवेदन पर चर्चा हुई। बीटगार्ड ने बताया कि सभी आवेदन वनमित्र पोर्टल पर अपलोड किए जा चुके हैं। ग्रामीणों ने गांव में टावर, पेयजल और बिजली की समस्या उठाई। कलेक्टर ने पीएचई विभाग को सर्वे कर हैंडपंप/नल-जल योजना शुरू करने के निर्देश दिए।उन्होंने स्पष्ट किया कि वर्ष 2005 से पहले से काबिज पात्र किसानों को अधिकतम चार हेक्टेयर भूमि का वनाधिकार पत्र दिया जाएगा। इससे अधिक भूमि परिवार के अन्य सदस्यों को दी जाएगी। साथ ही पिछड़ा वर्ग समुदाय के 46 परिवारों को शासन के निर्देशानुसार अभिलेख प्रस्तुत करने पर लाभ दिलाने की बात कही।
खारीडीह चौपाल : 23 आवेदन लंबित --वन विभाग रेस्ट हाउस में आयोजित खारीडीह चौपाल में अब तक 23 आवेदन प्राप्त हुए हैं। इन्हें तीन दिनों में एसडीएम बजाग के समन्वय से पोर्टल पर अपलोड करने के निर्देश कलेक्टर ने दिए। उन्होंने चेतावनी दी कि लापरवाही करने वाले कर्मचारियों पर कार्यवाही की जाएगी।ग्रामीणों ने नेटवर्क टावर, पेयजल व बिजली की समस्या बताई। कलेक्टर ने संबंधित विभाग को जांच कर समाधान सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
गांव-गांव में खुलेंगे आदि कर्मयोगी केंद्र
कलेक्टर ने ग्रामीणों को जानकारी दी कि प्रधानमंत्री की पहल पर गांव-गांव में आदि कर्मयोगी केंद्र खोले जाएंगे, जिनके माध्यम से लोगों को विभिन्न योजनाओं का लाभ आसानी से उपलब्ध होगा। इसके लिए मास्टर ट्रेनरों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
इन सभी चौपालों में एसडीएम बजाग रामबाबू देवांगन, सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग राजेंद्र कुमार जाटव, रेंजर मिथुन सोंधिया, एसडीओ आरईएस, बीओ आर.के. पांडे, बीआरसी अजय राय, तहसीलदार शैलेष गौर, सरपंच, सचिव, बीटगार्ड, पटवारी और विभिन्न विभागों के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।