
CBI ने पूर्व MLC की बेटी पर दर्ज किया भ्रष्टाचार का मुकदमा, छत्तीसगढ़ में गिरफ्तार डॉक्टर रणदीप से होती थी डॉ. शिवानी की बातचीत
मेरठ में सीबीआई की छापेमारी में छत्तीसगढ़ कनेक्शन सामने आया है। भाजपा की पूर्व एमएलसी डॉ. सरोजिनी अग्रवाल की बेटी डॉ. शिवानी अग्रवाल पर भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज हुआ है जिसमें 34 अन्य लोग भी शामिल हैं। आरोप है कि मेडिकल कॉलेजों को मान्यता दिलाने के लिए रिश्वत ली गई। गिरफ्तार डॉक्टर रणदीप से शिवानी की बातचीत होती थी। सीबीआई ने मेरठ समेत कई स्थानों पर छापेमारी की है।मेरठ। भाजपा की पूर्व एमएलसी डॉ. सरोजिनी अग्रवाल के घर, दयानंद अस्पताल और एनसीआर मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर में सीबीआई की छापामारी के पीछे छत्तीसगढ़ कनेक्शन सामने आया है। सीबीआई ने कॉलेज की असिस्टेंट मैनेजिंग डायरेक्टर व पूर्व एमएलसी डॉ. सरोजिनी अग्रवाल की बेटी डॉ. शिवानी अग्रवाल पर दिल्ली में भ्रष्टचार का मुकदमा दर्ज किया है। इस मुकदमे में देश के विभिन्न मेडिकल कॉलेज के निदेशक, एनएमसी और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के 34 नामजद अधिकारी व कुछ अन्य लोग भी शामिल हैं।सीबीआई ने मान्यता के लिए देश के कई निजी मेडिकल कॉलेजों के पक्ष में 55 लाख की रिश्वत लेकर अनुकूल रिपोर्ट देने के मामले में तीन डाक्टर मयूर रावल, श्रीआर रणदीप नायर समेत छह को गिरफ्तार किया था। रिश्वत की यह रकम बंगलुरु में मंगाई गई थी। कथित तौर पर आरोपितों द्वारा निरीक्षण करने वाले डॉक्टरों को अवैध रूप से प्रभावित कर प्रक्रिया में हेरफेर करने के लिए विभिन्न तौर-तरीकों का इस्तेमाल किया गया था। सीबीआई ने छत्तीसगढ़ व मेरठ समेत 40 से अधिक स्थानों पर छापामारी की। इसी कड़ी में मंगलवार को सीबीआई ने हापुड़ रोड स्थित एनसीआर मेडिकल कॉलेज में छापा मारा था।दरअसल, एनसीआर मेडिकल कॉलेज ने भी एमबीबीएस की 50 सीट बढ़ाने के लिए आवेदन किया था। जांच में सामने आया कि एमएस टेकनीफाइ साल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड के परियोजना प्रमुख मयूर रावल, आर.रणदीप नायर के साथ आपराधिक साजिश में राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) के कुछ अधिकारी, विभिन्न मेडिकल कॉलेजों से अवैध रिश्वत की याचना और प्राप्ति से जुड़े भ्रष्ट आचरण में सक्रिय रूप से लगे हुए हैं। बताया गया कि नायर ने साथियों के साथ मिलीभगत कर एनसीआर मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर मेरठ को नकल करने की व्यवस्था करने में सक्षम बनाया। मूल्यांकनकर्ताओं को रिश्वत देकर पसंदीदा निरीक्षण रिपोर्ट हासिल करना, गैर-मौजूद या प्राक्सी फैकल्टी की तैनाती और निरीक्षण के दौरान अनुपालन को कृत्रिम रूप से पेश करने के लिए काल्पनिक रोगियों का प्रवेश और फैकल्टी की उपस्थिति रिकार्ड को गलत बनाने के लिए बायोमीट्रिक उपस्थिति प्रणाली के साथ छेड़छाड़ करना शामिल है।मेरठ के इस कॉलेज में चेयरमैन डा. ओमप्रकाश गुप्ता, प्रेसिडेंट पूर्व एमएलसी डा. सरोजिनी अग्रवाल, पीईओ डा. हिमानी अग्रवाल, असिस्टेंट मैनेजिंग डायरेक्टर डा. शिवानी अग्रवाल, डायरेक्टर जनरल एवं नोडल डा. अश्वनी शर्मा हैं। डा. हिमानी अग्रवाल प्रदेश महिला आयोग की सदस्य हैं। सोमवार को कॉलेज में एनएमसी की टीम ने छापामारी कर 12 घंटे जांच पड़ताल की थी। मंगलवार को सीबीआई की टीम ने एनसीआर मेडिकल कॉलेज, दयानंद अस्पताल और पूर्व एमएलसी के घर पर छापा मारकर जांच की।सीबीआई के एसपी कमल सिंह चौधरी ने सीबीआई नई दिल्ली में शिवानी समेत 35 लोगों के खिलाफ सरकारी अफसरों को रिश्वत देने पर भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज कराया है। सीबीआई ने एक्स पर जारी प्रेसनोट में कहा है कि अभी जांच जारी है। पूर्व एमएलसी डॉ. सरोजिनी अग्रवाल का कहना है कि छापे के दौरान सीबीआई का सहयोग किया था। 12 घंटे तक हमारे कॉलेज, अस्पताल और घर पर टीम रही। टीम को कॉलेज या घर पर कोई धांधली नहीं मिली है। रात करीब 12 बजे टीम घर से चली गई थी। टीम ने कॉलेज के सभी कागजात चेक किए। छात्रों का रिकार्ड देखा और स्टाफ से पूछताछ की। सभी ने टीम का सहयोग किया।
सीबीआई ने छत्तीसगढ़ व मेरठ समेत 40 से अधिक स्थानों पर की छापामारी।-
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