
मानव शाकाहारी है लेकिन अपने बुद्धि और बल से हिंसा करता है: पंकज जी महाराज
रानी शांति देवी कोठी हथौधा के मैदान में बोले महराज
बाराबंकी।शाकाहार अपनाने, शराब आदि नशों को त्यागने, चरित्र उत्थान, सामाजिक समरसता लाने तथा कुछ समय निकाल कर भगवान का भजन करने की प्रेरणा देने आदि संदेशों को देते हुये जयगुरुदेव धर्म प्रचारक संस्था मथुरा के राष्ट्रीय अध्यक्ष संत पंकज जी महाराज ने अपनी जनजागरण यात्रा के साथ सायंकाल रानी शान्ति देवी कोठी हथौधा के बगल मैदान में पड़ाव किया। जहाँ आयोजित सत्संग समारोह मंच पर संगत के जिला अध्यक्ष रामचन्द्र यादव, प्रधान सर्वेश सिंह आकाश, डा. चन्द्र प्रकाश चौधरी, डा. सहदेव, दीपचन्द, राज किशोर पिन्टू, विकास, ऋषिदेव श्रीवास्तव, दल सिंगार, महेंद्र आदि ने पुष्पाहार भेंटकर महाराज जी का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि यह तन तुमने दुर्लभ पाया, कोटि जनम भटका जब खाया। अब याको विरथा मत खोओ’ पंक्तियों को उद्धृत करते हुये कहा कि बहुत योनियों में भटकने के बाद यह अनमोल मानव तन आपको मिला है। अब इसको दुनियां के सामानों को इक्ट्ठा करने में बर्बाद न करें बल्कि गृहस्थ आश्रम में रहकर अपनी आत्मा का कल्याण करा लें। इसलिये उस परमात्मा ने आपको यह मनुष्य शरीर दिया है। इसे सफल बनाने के लिये जीते जी प्रभु की प्राप्ति करने वाले सन्त महात्मा फकीर की खोज करें, वह जब मिल जायेंगे तो आत्मा-परमात्मा के गूढ़ रहस्यों को तथा आत्म कल्याण की साधना का रास्ता बता देंगे। यह कलियुग है। इसमें सन्तों ने पिछले युगों की साधनाओं को रोक कर गृहस्थ आश्रम में रहकर सरल साधना सुरत शब्द योग (नाम योग) का रास्ता जारी किया। इसकी तीन क्रियायें हैं, पहला सुमिरन जिसके अन्तर्गत नाम का मौन जाप करना। दूसरा ध्यान जिसके अन्तर्गत मन को एकाग्र करके दिव्य दृष्टि (तीसरा नेत्र) खोलना तथा तीसरा भजन जिसमें ऊपर के लोकों से आ रही आकाशवाणी देववाणी कलमा को सुनना है। वो प्रभु जब भी मिलेगा इसी मानव शरीर के अन्दर मिलेगा। उन्होंने कहा कि हमारे गुरु जी परम सन्त बाबा जयगुरुदेव जी महाराज ने आवाज लगाई ऐ इन्सानों! तुम अपने दीन ईमान पर वापस आ जाओ। इस मनुष्य मन्दिर में बैठकर भगवान की सच्ची पूजा करो ताकि आपकी यह जीवात्मा नर्कों चौरासी में जाने से बच जाये। संस्थाध्यक्ष ने कहा मानव शाकाहारी प्राणी है लेकिन वह अपनी बुद्धि और बल से जीवों की हिंसा हत्या करता है और परमात्मा के बनाये हुये इस मनुष्य मन्दिर में मांस के लोथड़े और शराब के कतरे डालता है। याद रखें यदि आपने मांसाहार और शराब नहीं छोड़ा तो भविष्य में बड़ी कठिनाईयों का सामना करना पड़ेगा। हमारी सभी से अपील है कि युवा पीढ़ी को शराब व अन्य घातक नशों से बचायें। यह देश की धरोहर है। गाँव-गाँव के लोगों को शाकाहारी व नशा मुक्त बनाने में योगदान करें। आँखों में मां-बहन बेटी की पहचान लायें। इससे हमारा समाज अच्छा चलेगा। उन्होंने आगामी 17 से 21 मई तक जयगुरुदेव आश्रम मथुरा में आयोजित होने वाले बाबा जयगुरुदेव जी महाराज के 13वें पावन वार्षिक भण्डारा सत्संग मेला में भाग लेने का निमन्त्रण भी दिया। शांति व्यवस्था स्थापित करने में पुलिस प्रशासन का सहयोग रहा। कार्यक्रम के बाद धर्म यात्रा अपने अगले पड़ाव रामनगर चौराहा पतुलकी ब्लॉक दरियाबाद के लिये प्रस्थान कर गई।
सतीश शर्मा की रिपोर्ट बाराबंकी