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काशीपुर :- बिजली, सड़क निर्माण, जल निकासी, राशन कार्ड, अतिक्रमण सहित 72 शिकायतें हुई पंजीकृत #upendrasingh

तहसील दिवस में बिजली, सड़क निर्माण व मरम्मत, जल निकासी, राशन कार्ड, अतिक्रमण आदि से संबंधित 72 शिकायतें पंजीकृत की गई। इनमें से अधिकांश का निस्तारण मौके पर ही कर दिया गया। इस दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि लोगों की समस्याओं को अधिकारी गंभीरता से लें और जल्द से जल्द उनका निस्तारण करें।

मंगलवार को विकास खंड सभागार में तहसील दिवस का आयोजन किया गया। जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने जनता की समस्याओं को सुना। जिलाधिकारी ने पेंशन, विद्युत बिल करेक्शन, ड्रेनेज सुधार आदि समस्याओं का निस्तारण करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। पूर्व विधायक हरभजन सिंह चीमा ने कहा कि तहसील दिवस में समस्या जिले स्तर के अधिकारियों के सामने आने से त्वरित निस्तारण भी किया जाता है। वहां मुख्य विकास अधिकारी मनीष कुमार, नगर आयुक्त विवेक राय, उप जिलाधिकारी अभय प्रताप सिंह, मुख्य उद्यान अधिकारी प्रभाकर सिंह, महाप्रबंधक उद्योग विपिन कुमार, अधिशासी अभियंता लघु सिंचाई सुशील कुमार, तहसीलदार पंकज चन्दोला आदि मौजूद रहे।

वहीं नई बस्ती मानपुर के हरदीप सिंह रावत एवं ग्रामीणों ने जल निकासी की समस्या रखी। नई बस्ती मानपुर फिरोजपुर निवासी दलजीत सिंह रावत ने बंदोबस्त विभाग की ओर से गलत तरीके से काश्तकारों का नाम दर्ज करने की शिकायत की। वहीं बाजपुर में पिछले एक माह से तहसील दिवस नाममात्र फरियादी पहुंच रहे है। मंगलवार को तहसील दिवस में एसडीएम डाॅ. अमृता शर्मा सहित अन्य अधिकारी लोगों की समस्याएं सुनने के लिए बैठ गए। इस दौरान मात्र मुंडिया पिस्तौर के सभासद मोहम्मद इमरान अकेले फरियादी पहुंचे। वहां सीडीपीओ रेनू यादव, राजस्व निरीक्षक सुनीति पाल, सिंचाई के जेई गोविंद सिंह, उत्तम कुमार, जानकी प्रसाद, राजेश कुमार आदि मौजूद रहे।

सीडीओ के इंसाफ से पीड़ित महिला का खिला चेहरा

जसपुर। सीडीओ के इंसाफ से पीड़ित महिला का चेहरा खिल गया। पति की मौत के बाद पीड़िता पिछले कई सालों से विरासतन अपने बच्चों के नाम दर्ज कराने के लिए नगर पालिका के चक्कर काट रही थी। पीड़िता के पति मंसूर अली के स्थान पर मकान को मसूद अली के नाम दर्ज कर दिया गया था। तहसील दिवस में सीडीओ के जांच निर्देश के बाद पालिका प्रशासन हरकत में आ गया।
मोहल्ला नई बस्ती निवासी रौशन जहां ने बताया कि दस वर्ष पूर्व पति के भाइयों में आपसी सहमति से मकान का बंटवारा हो गया था। इसी के आधार पर नगर पालिका ने वर्ष 2020 में दोनों भाइयों के नाम अलग भवन कर किया था। वर्ष 2020 में पति मंसूर अली की मृत्यु के बाद उनके नाम के स्थान पर मकान बच्चों के नाम विरासतन में दर्ज करा लिया गया था। आरोप है कि नगर पालिका के तत्कालीन कर्मी ने साठगांठ कर मंसूर अली के नाम के स्थान पर मसूद अली करा लिया। सीडीओ ने जांच के आदेश कर तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। एसडीएम चतर सिंह सिंह चौहान ने बताया कि मामले में जिस पालिका कर्मी ने गड़बड़ी की उसकी मृत्यु हादसे में हो गई है। फिलहाल पालिका प्रशासन ने मामले की जांच कर सर्वे के दौरान पीड़िता के बच्चों के नाम मकान के अभिलेख दर्ज कर दिए हैं।

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