ब्रेकिंग
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(दिल्ली)
कोरोना का रिश्तेदार भारत पहुंच गया है। कब तक रुकेगा और इसके असर का अभी अध्ययन नहीं हुआ लेकिन इस वायरस का ट्रांसमिशन ह्यूमन टू ह्यूमन है।
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कोरोना का रिश्तेदार भारत पहुंच गया है। कब तक रुकेगा और इसके असर का अभी अध्ययन नहीं हुआ लेकिन इस वायरस का ट्रांसमिशन ह्यूमन टू ह्यूमन है।
मानव मेटापन्यूमोवायरस (HMPV) एक श्वसन वायरस है जो ऊपरी और निचले श्वसन पथ के संक्रमण का कारण बनता है। यह वायरस विशेष रूप से शिशुओं, बुजुर्गों और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले व्यक्तियों के लिए गंभीर हो सकता है।
चीन में HMPV का प्रभाव:
हाल ही में, चीन में HMPV मामलों में वृद्धि देखी गई है, विशेषकर 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में। इससे अस्पतालों में भीड़भाड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है, जिससे कोविड-19 जैसी चिंताएं बढ़ रही हैं। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि HMPV कोविड-19 जितना गंभीर खतरा नहीं है, क्योंकि यह एक ज्ञात वायरस है और जनसंख्या में इसके प्रति आंशिक प्रतिरक्षा मौजूद है।
भारत में स्थिति और सावधानियां:
भारत में भी HMPV के कुछ मामले सामने आए हैं, जिनमें कर्नाटक में दो शिशुओं में संक्रमण की पुष्टि हुई है। हालांकि, स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि घबराने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन सामान्य श्वसन संक्रमणों के प्रति सावधानी बरतना महत्वपूर्ण है।
(सावधानियां:)
हाथों की स्वच्छता: अपने हाथों को नियमित रूप से साबुन और पानी से धोएं या अल्कोहल-आधारित हैंड सैनिटाइज़र का उपयोग करें।
संपर्क से बचें: बीमार व्यक्तियों के निकट संपर्क से बचें और भीड़-भाड़ वाले स्थानों में मास्क पहनें।
*स्च्छता बनाए रखें: खांसते या छींकते समय मुंह और नाक को ढकें और उपयोग किए गए टिश्यू को तुरंत नष्ट करें।
स्वस्थ जीवनशैली: संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और पर्याप्त नींद लेकर अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत रखें।
चीन में HMPV का प्रभाव:
चीन में HMPV के मामलों में वृद्धि देखी गई है, जिससे अस्पतालों में भीड़भाड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह मौसमी प्रवृत्तियों के अनुरूप है और घबराने की आवश्यकता नहीं है।
HMPV एक ज्ञात श्वसन वायरस है जो विशेषकर कमजोर समूहों में गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है। भारत में वर्तमान में स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन सामान्य सावधानियों का पालन करना आवश्यक है। यदि आपको श्वसन संबंधी लक्षण महसूस हों, तो चिकित्सक से परामर्श लें।