जीवन जीने की कला....
अपनी रीढ़ की हड्डी को! सलामत रखो साथियो!! स्वाभिमान को गिरवी मत रखो! जिन्दगी एक बार मिली है! मरते वक्त यह मलाल न रहे!! कि जिंदगी समझौतों में ही कट गई!! 🙏जय जय सीता राम 💞