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बालोतरा- सिवाना के पादरू में दो बच्चों के ब्लाइंड मर्डर की सूचना

घर में सो रहे दो मासूमों का ब्लाइंड मर्डर: लहूलुहान हालात में मिले, बच्चों को छोड़कर शादी समारोह में गया था परिवार..!!

बालोतरा..!!
पुलिस पूरे मामले की जांच पड़ताल कर रही है। वहीं आरोपियों की तलाश में जुट गई है।
खेत में बने कच्चे घर(झोंपे) में सो रहे चचेरे नाबालिग भाई-बहन का मंगलवार की रात धारदार हथियार से ब्लाइंड मर्डर कर दिया। रात करीब तीन बजे जब दूसरे झोंपे में सो रहे बच्चे उनके पास पहुंचे तो दोनों की बॉडी लहूलुहान हालत में मिली, जिसे देखकर बच्चों ने परिजनों को सूचना दी।

घटना बालोतरा जिले के सिवाना पादरू गांव की घटना है। सूचना मिलने पर सिवाना पुलिस और डीएसपी भी मौके पर पहुंचे। फिलहाल पुलिस की टीम घटना स्थल से सबूत जुटा रही है। साथ ही टीमें बनाकर हत्यारों की तलाश की जा रही है।

इंद्रा(14) और उसके चचेरे भाई गौतम(13) की मंगलवार देर रात धारदार हथियार से हत्या कर दी गई।
जानकारी के अनुसार पादरू फलवाना नाडा गांव निवासी इंद्रा(14) पुत्री देराराम, चचेरा भाई गौतम(13) पुत्र नारायणराम के परिवार के लोग शादी के समारोह में गए हुए थे। पीछे नाबालिग दोनों मासूम कृषि कुएं के पास बने घर पर सो रहे थे। देर रात अज्ञात बदमाशों ने दोनों की धारदार हथियार से हत्या कर दी।

मौके पर बड़ी संख्या में ग्रामीण हुए इकट्‌ठा।
परिजन जब वापस घर लौटे तो दोनों के शव खून से सने हुए मिले। इसके बाद आसपास के लोग मौके पर पहुंचे। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पहुंची। एसपी कुंदन कंवरिया के रात में दो नाबालिग बच्चों का ब्लाइंड मर्डर हो गया है। फिलहाल पुलिस की टीमें मौके पर पहुंचकर सबूत जुटाने के साथ आरोपियों को पता लगाने की कोशिश कर रही है। दोनों के शवों को पादरू हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी में रखवाया गया है। पुलिस ने घटना स्थल पर एफएसएल टीम को बुलाकर सबूत जुटा रही है।

दोनों बच्चे 7वीं क्लास में पढ़ते थे
मृतक के मामा रमेश कुमार ने बताया- मृतका इंद्रा और उसका छोटा भाई मनोहर(10) चचेरा भाई गौतम(12) घर पर थे। उषा(16) और वीरमाराम (8) को माता-पिता के साथ शादी समारोह में गए थे। इंद्रा और गौतम एक झोंपे में सो रहे थे। वहीं मनोहर पास ही बने दूसरे झोंपे में सो रहा था।
रात को करीब तीन बजे मनोहर उठा तो बहन और गौतम को उठाने की कोशिश की। लेकिन दोनों मासूम नहीं उठे और दोनों खून से लहूलुहान दिखाई दिए। इसे देखकर बच्चे घबरा गए और मनोहर ने पापा को कॉल कर बताया कि बहन इंद्रा और गौतम को कुछ हो गया है। मृतका के पिता ने गांव से जानकारों को बच्चों के पास भेजा। इस दौरान तब गौतम की सांसे चल रही थी। वहीं इंद्रा की मौत हो चुकी थी। तब गौतम को लोग वहां से पादरू हॉस्पिटल लेकर गए, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

पुलिस की टीम घटना स्थल से सबूत जुटा रही है।
मृतका इंद्रा चार बहन-भाई, गौतम तीन भाई
मृतक के मामा रमेश कुमार के मुताबिक मृतका इंद्रा के एक बहन उषा(16), भाई मनोहर(10), विरमाराम(8) है। इंद्रा और मनोहर घर पर थे। वहीं मृतक गौतम(12) के दो भाई श्रवण कुमार(18), राजूराम(16) है। घटना के समय गौतम चचेरे भाई-बहन के साथ था। वहीं, मृतक इंद्रा और गौतम 7वीं क्लास में पढ़ते थे। जानकारी के अनुसार बच्चों के परिजन खेती-बाड़ी का काम करते है। शादी के समारोह में जाने के कारण बच्चों को घर पर छोड़ा था, लेकिन बदमाशों ने दोनों की हत्या कर दी

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