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अप्रैल यानी आज होगा. मतदान सुबह सात बजे से शुरू होगा !

लोकसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान 19

इस चरण में 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 102 सीटों पर मतदान होना है.

पहले चरण में नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल के आठ सदस्यों, तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों और एक पूर्व राज्यपाल की चुनावी किस्मत का फैसला होगा.

आइए देखते हैं कि पहले चरण में कौन-कौन से प्रमुख चेहरे चुनाव मैदान में हैं.

पहले चरण में अरुणाचल प्रदेश, असम, बिहार, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड, राजस्थान, सिक्किम, तमिलनाडु, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, अंडमान निकोबार, जम्मू और कश्मीर, लक्षद्वीप, पुद्दुचेरी में मतदान कराया जाएगा. पहले चरण में इन राज्यों में 102 सीटों पर मतदान होगा.

आइए देखते हैं कि पहले चरण में किस राज्य की किस सीट पर मतदान होगा. उत्तर प्रदेश की आठ सीटें- सहारनपुर, कैराना, मुजफ़्फ़रनगर, बिजनौर, नगीना, मुरादाबाद, रामपुर और पीलीभीत.

पश्चिम बंगाल की तीन सीटें- कूचबिहार, अलीपुरद्वार और जलपाईगुड़ी. बिहार की चार सीटों- औरंगाबाद, गया, नवादा और जमुई. जम्मू कश्मीर की एक सीट- उधमपुर.

महाराष्ट्र की पांच सीटें- रामटेक, नागपुर, भंडारा-गोंडिया, गढ़चिरौली-चिमूर, चंद्रपुर. मध्य प्रदेश की छह सीटें- सीधी, शहडोल, जबलपुर, मांडला, बालाघाट, छिंदवाड़ा. असम की पांच सीटें- काजीरंगा, शोणितपुर, लखीमपुर, डिब्रूगढ़, जोरहाट.

छत्तीसगढ़ की एक सीट- बस्तर. राजस्थान की 12 सीटें- गंगानगर, बीकानेर, चुरू, झुंझणू, सीकर, जयपुर ग्रामीण, जयपुर, अलवर, भरतपुर, करौली-धौलपुर, दौसा, नागौर. त्रिपुरा की एक सीट- त्रिपुरा पश्चिम.

मणिपुर में दो सीटें हैं. इनर मणिपुर सीट पर पहले चरण में 19 अप्रैल को मतदान होगा. वहीं आउटर मणिपुर सीट पर दो चरणों में मतदान होगा. इसके तहत पड़ने वाले कुछ विधानसभा क्षेत्रों में 19 अप्रैल और कुछ में 26 अप्रैल को मतदान होगा.

तमिलनाडु में लोकसभा की 39 सीटें हैं, सभी सीटों पर एक चरण में 19 अप्रैल को ही मतदान कराया जाएगा.

ये सीटें हैं- तिरुवल्लूर, चेन्नई उत्तर, चेन्नई दक्षिण, चेन्नई मध्य, श्रीपेरंबदूर, कांचीपुरम, अरक्कोणम, वेल्लूर, कृष्णगिरी, धरमापुरी, तिरुवन्नामलाई, अरणी, विलुपुरम, कालकुरुची, सालेम, नमक्कल, इरोड, तिरुपुर, नीलगिरी, कोयंबटूर, पोल्लाची, डिंडीगुल, करूर, तिरुचिरापल्ली, पेरंबलूर, कुड्डलोर, चिदंबरम, माइलादुतुरै, नागपट्टनम, तंजावुर, शिवगंगा, मदुरै, तेनी, विरुधुनगर, रामनाथपुरम, थुट्टूकुड़ी, टेनकासी, तिरुनेलवेल्ली और कन्याकुमारी.

उत्तराखंड में पांच सीटें हैं. इन सभी सीटों पर पहला चरण में मतदान कराया जाएगा. ये सीटें हैं- टिहरी गढ़वाल, गढ़वाल, अलमोड़ा, नैनीताल-उधमसिंहनगर और हरिद्वार.

अरुणाचल प्रदेश की दो सीटों- अरुणाचल ईस्ट, अरुणाचल वेस्ट. अंडमान की एक सीट- अंडमान निकोबार द्वीप. लक्षद्वीप-एक सीट- लक्षद्वीप.

मेघालय की दो सीटों- शिलॉन्ग, तुरा. मिजोरम एक सीट- मिज़ोरम. नगालैंड एक सीट- नगालैंड. पुदुच्चेरी एक सीट-पुदुच्चेरी. सिक्किम एक सीट- सिक्किम.

पहले चरण में नरेंद्र मोदी सरकार के आठ मंत्रियों के चुनावी किस्मत ईवीएम में कैद हो जाएगी.

इनके अलावा तीन पूर्व मुख्यमंत्री और एक पूर्व राज्यपाल भी इस दौर में चुनाव मैदान में हैं. आइए देखते हैं कि इस दौर में कौन-कौन से प्रमुख नेता चुनाव मैदान में हैं.

नितिन गडकरी

केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी महाराष्ट्र की नागपुर सीट से चुनाव मैदान में हैं. गडकरी यहां से हैट्रिक लगाने की कोशिश कर रहे हैं. वो पहली बार इस सीट पर 2014 में जीते थे.

उस चुनाव में गडकरी ने सात बार के सांसद कांग्रेस नेता विलास मुत्तेमवार को हराया था. वहीं 2019 के चुनाव में गडकरी ने कांग्रेस प्रत्याशी नाना पटोले को मात दी. इस बार कांग्रेस ने विकास ठाकरे को मैदान में उतारा है. वो नागपुर पश्चिम के विधायक हैं.

किरण रिजिजू

केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री किरण रिजिजू चुनाव अरुणाचल पश्चिम सीट से चुनाव मैदान में हैं. रिजिजू इस सीट से पहली बार 2004 में जीते थे.

लेकिन उन्हें 2009 के चुनाव में हार का सामना करना पड़ा. इसके बाद रिजूजू ने 2014 के चुनाव में जीत दर्ज की. वो 2019 में भी अरुणाचल पश्चिम सीट से चुनाव जीते. इस बार उनका मुकाबला पूर्व मुख्यमंत्री और अरुणाचल प्रदेश कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नबाम तुकी से हैं.

सर्बानंद सोनेवाल

केंद्रीय बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग, आयुष मंत्री सर्बानंद सोनेवाल असम की डिब्रूगढ़ लोकसभा सीट से उम्मीदवार हैं.

बीजेपी ने इस सीट पर केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री रामेश्वर तेली का टिकट काटकर सोनोवाल को उम्मीदवार बनाया है.

सोनोवाल इस समय राज्य सभा के सदस्य हैं. वो असम के पूर्व मुख्यमंत्री भी हैं. वो 2014 का चुनाव लखीमपुर सीट से जीता था. सोनोवाल नरेंद्र मोदी की पहली सरकार में भी मंत्री रह चुके हैं.

डॉक्टर संजीव बालियान

नरेंद्र मोदी सरकार में मत्स्य, पशु चिकित्सा और डेयरी मंत्रालय में राज्य मंत्री डॉक्टर संजीव बालियान मुजफ्फरनगर सीट से चुनाव मैदान में हैं. डॉक्टर बालियान इस सीट से पहली बार 2014 में चुने गए थे.

वो 2019 में भी इस सीट से जीते थे. उस चुनाव में उन्होंने राष्ट्रीय लोकदल के चौधरी अजीत सिंह को हराया था. इस बार उनका मुकाबला इंडिया गठबंधन की ओर से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार हरेंद्र मलिक और बसपा के दारा सिंह प्रजापति से है.

जितेंद्र सिंह

प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री डॉक्टर जितेंद्र सिंह जम्मू-कश्मीर की ऊधमपुर-कठुआ-डोडा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. संक्षेप में इस सीट को उधमपुर सीट के नाम से जाना जाता है.

इस सीट में पांच जिले- कठुआ, किश्तवाड़, रामबन, उधमपुर और डोडा जिला आता है. डॉक्टर सिंह तीसरी बार इस सीट से जीत कर हैट्रिक बनाने की कोशिश कर रहे हैं. इस बार उनका मुकाबला कांग्रेस के चौधरी लाल सिंह से है. वो 2004 और 2009 में इस सीट से चुनाव जीत चुके हैं.

भूपेंद्र यादव

केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव राजस्थान की अलवर सीट से चुनाव मैदान में हैं. उनका मुकाबला कांग्रेस के ललित यादव से है. वो अलवर की मुंडावर विधानसभा सीट से विधायक हैं.

अलवर से 2019 में बाबा बालक नाथ ने लोकसभा का चुनाव जीता था. बीते साल हुए विधानसभा चुनाव में बाबा बालक नाथ विधायक चुने गए हैं. भूपेंद्र यादव का यह पहला लोकसभा चुनाव है. वो 2012 से ही राज्य सभा के सदस्य हैं.

अर्जुन राम मेघवाल

केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल राजस्थान की बीकानेर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. उनका मुकाबला कांग्रेस के पूर्व मंत्री गोविंद राम मेघवाल से है.

बहुजन समाज पार्टी ने खेत राम मेघवाल को मैदान में उतारा है. अर्जुन राम मेघवाल पहली बार इस सीट पर 2009 में जीते थे. उन्होंने 2014 और 2019 का चुनाव भी जीता था.

बिप्लब कुमार देब

त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब पश्चिम त्रिपुरा सीट से चुनाव मैदान में हैं. वहां उनका मुकाबला प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष आशीष कुमार साहा.

इससे पहले 1996 से 2014 तक इस सीट पर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी का दबदबा रहा. बीजेपी ने पहली बार इस सीट पर 2019 में जीत दर्ज की थी. उस चुनाव में बीजेपी की प्रतिमा भौमिक जीती थीं.

ए राजा

तमिलनाडु की नीलगिरी लोकसभा सीट से डीएमके के ए राजा चुनाव मैदान में हैं. वो कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूपीए-2 सरकार में मंत्री रह चुके हैं.

द्रमुक सांसद राजा का मुकाबला केंद्रीय मत्स्य, पशु चिकित्सा और डेयरी मंत्रालय में राज्य मंत्री डॉक्टर एल मुरुगन से है. ए राजा इस सीट पर 2009 में भी चुनाव जीते थे.

राजा ने 2019 का चुनाव पांच लाख से अधिक वोटों से जीता था. वहीं मुरुगन पहली बार लोकसभा का चुनाव लड़ रहे हैं. मुरुगन 2021 में मध्य प्रदेश से राज्य सभा के लिए चुने गए.

कार्ति चिदंबरम

तमिलनाडु की शिवगंगा सीट पर कार्ति चिदंबरम चुनाव मैदान में हैं. वो कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम के बेटे हैं. पी चिदंबरम इस सीट से सात बार सांसद रह चुके हैं.

कार्ति को इस सीट पर 2014 में हार का सामना करना पड़ा था. लेकिन 2019 के चुनाव में वे जीत गए थे. इस बार उनका मुकाबला भाजपा के टी देवनाथन यादव और एआईडीएमके के जेवियर दास से है.

अन्नामलाई

तमिलनाडु बीजेपी के अध्यक्ष अन्नामलाई कोयंबटूर लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं. वहां उनका मुकाबला डीएमके नेता गणपति पी राजकुमार और एआईएडीएमके के सिंगाई रामचंद्रन से है.

इस सीट पर एआईडीएमके और डीएमके के अलावा माकपा-भाकपा का दबदबा रहा है. साल 2019 के चुनाव में यहां से माकपा के पीआर नटराजन ने जीता था.

बीजेपी उम्मीदवार अन्नामलाई भारतीय पुलिस सेवा के पूर्व अधिकारी हैं. उनकी रैलियों में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए. इसे देखते हुए लोगों की नजर इस सीट पर है.

तमिलिसाई सौंदर्यराजन

पुडुचेरी की उपराज्यपाल और तेलंगाना के राज्यपाल पद से इस्तीफा देने वाली तमिलिसाई सौंदर्यराजन चेन्नई दक्षिण लोकसभा क्षेत्र से बीजेपी की उम्मीदवार हैं.

यह तमिलनाडु का दूसरा सबसे बड़ा लोकसभा क्षेत्र है. इसमें 20 लाख से अधिक मतदाता है. यहां डॉक्टर तमिलिसाई का मुकाबला डीएमके के थमिजाची थंगापांडियन से है.

थंगापांडियन ने यहां से 2019 के चुनाव में जीत दर्ज की थी. वहीं एआईडीएमके ने डॉक्टर जे जयवर्धन को टिकट दिया है. डीएमके ने इस सीट पर आठ बार जीत दर्ज की है.

गौरव गोगोई

कांग्रेस ने गौरव गोगोई को असम की जोरहाट सीट से उम्मीदवार बनाया है. वो राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई के बेटे हैं. यहां से 2019 का चुनाव भाजपा के तपन कुमार गोगोई ने कांग्रेस के सुशांत को हराकर जीता था. कांग्रेस नेता पहली बार इस सीट से चुनाव लड़ रहे हैं.

इससे पहले वो 2014 और 2019 का चुनाव असम की ही कलियाबार लोकसभा सीट से जीता था. गोगोई को यहां भाजपा उम्मीदवार से कड़ी चुनौती मिल रही है. इस सीट पर अहोम समुदाय के मतदाता अधिक संख्या में हैं. कांग्रेस और बीजेपी के उम्मीदवार इसी समुदाय से आते हैं.

जतिन प्रसाद

उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री जतिन प्रसाद पीलीभीत से उम्मीदवार हैं. बीजेपी ने निवर्तमान सांसद वरुण गांधी का टिकट काटकर उन्हें उम्मीदवार बनाया है.

उनका मुकाबला समाजवादी पार्टी के भगवत शरण गंगवार और बसपा के अनीस अहमद खान ऊर्फ फूल बाबू से है. जतिन प्रसाद कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए हैं. उन्हें उत्तर प्रदेश में भाजपा का ब्राह्मण चेहरा माना जाता है.

नकुल नाथ

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ के बेटे नकुल नाथ छिंदवाड़ा से चुनाव लड़ रहे हैं. कमल नाथ इस सीट से 1980 के बाद से नौ बार सांसद रह चुके हैं. साल 2019 के चुनाव में कांग्रेस ने छिंदवाड़ा में नकुल नाथ को उम्मीदवार बनाया.

उन्होंने बीजेपी के उम्मीदवार को 37 हजार से अधिक वोटों से हराया था. उस चुनाव में प्रदेश की 29 सीटों में से केवल इसी सीट पर कांग्रेस को जीत मिली थी. इस बार भाजपा ने इस सीट पर अपने जिला अध्यक्ष विवेक बंटी साहू को उम्मीदवार बनाया है.

इमरान मसूद

कांग्रेस नेता इमरान मसूद उत्तर प्रदेश के सहारनपुर सीट से इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार हैं. पश्चिम उत्तर प्रदेश की इस लोकसभा सीट पर कांटे की लड़ाई है.

यहां मसूद का मुकाबला बीजेपी सांसद राघव लखनपाल शर्मा से है. बहुजन समाज पार्टी के माजिद अली यहां के मुकाबले को त्रिकोणीय बना रहे हैं. मसूद के चाचा राशिद मसूद पांच बार लोकसभा सांसद रहे थे.

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1 comment  
  • Sukhdeo Singh Rathore

    https://aimamedia.org/newsdetails.aspx?nid=247551