झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की जयंती पर शत-शत नमन
“बुंदेले हरबोलो के मुँह, हमने सुनी कहानी थी,
ख़ूब लड़ी मर्दानी, वो तो झाँसी वाली रानी थी। ”
प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम-1857 में अग्रणी भूमिका निभाते हुए अपने प्राणों की आहुति देने वाली वीरांगना रानी लक्ष्मी बाई जी की जयंती पर उन्हें शत्-शत् नमन।
कुलदीप सिंहँ पुण्डीर
जिला उपाध्यक्ष- भारतीय मानवाधिकार सुरक्षा संगठन
संरक्षक- चपाती बैक