logo

ग्राम पंचायत उमरधा की जांच हुई पूरी 44 लाख का गोलमाल आया सामने

बनखेड़ी(होशंगाबाद)। ग्राम पंचायत उमरधा में विभिन्न स्तर की अनियमितताएं विगत कई वर्षों से जारी हैं, जिसकी जांच जनपद पंचायत द्वारा गठित टीम द्वारा की गई। सचिव अनिल वर्मा ने अपने भाई महेंद्र कुमार एवं उसकी फर्म कुशवाहा ट्रेडर्स को लाखों का भुगतान किया था इसके अलावा भी कई प्रकार की फर्मों तथा व्यक्तियों को नियमविरुद्ध भुगतान किये गए थे जिसकी जांच के आदेश जनपद पंचायत सीईओ पूजा गुप्ता ने 18 सितंबर को दिये थे।

जनपद पंचायत की इस जांच कमेटी में सहायक कार्यक्रम अधिकारी मनरेगा प्रीति चावरे, सहायक यंत्री मनरेगा हरप्रसाद बिल्थरे, उपयंत्री सुनील धुर्वे एवं पंचायत समन्वय अधिकारी टीकाराम कुमरे शामिल थे कमेटी ने लगभग 39 दिन बाद 26 अक्टूबर को सीईओ जनपद पंचायत को जांच रिपोर्ट सौंपी। 

जांच दल ने ग्राम पंचायत उमरधा पहुंचकर जांच प्रारंभ की तो कई प्रकार की गंभीर अनियमितताएं सामने आईं।

जांच दल ने 14वां वित्त, 15वां वित्त, सांसद-विधायक निधि एवं अन्य मदों से प्राप्त राशि के खर्च की कुल 21 बिन्दुओं पर  विस्तृत जांच की जिसमें पंचायत अभिलेखों के आधार पर सचिव अनिल वर्मा के भाई महेंद्र कुमार एवं उसकी फर्म कुशवाहा ट्रेडर्स को नियमविरुद्ध तरीके से लगभग छः लाख रूपये का भुगतान नियमविरुद्ध पाया गया।

ऐसे कार्यों का भी ग्राम पंचायत द्वारा लाखों रुपए का भुगतान किया गया है जोकि धरातल पर किये ही नहीं गये है। पंचायत में भृत्य का कार्य करने वाले सत्तार खान को लगभग चार लाख रूपये का नियमविरुद्ध भुगतान किया गया है।

सत्तार ने जांच दल को दिये अपने बयान में कहा है कि मुझे तीन हजार रुपए मासिक वेतन मिलता है जिसके एवज में पंचायत भवन में साफ सफाई का कार्य करता हूं, पंचायत में कोई भी निर्माण कार्य मेरे द्वारा नहीं किया गया, पंचायत से जो भी राशि मेरे खाते में जमा हुई है मैं उसे निकाल कर सचिव अनिल वर्मा को देता था।

  इसी प्रकार विजयसिंह के व्यक्तिगत बैंक खाते में तीन लाख छत्तीस हजार,  केहर सिंह पटैल के खाते में एक लाख अस्सी हजार समेत विभिन्न कार्यों के नाम पर अट्ठाइस लाख इक्कीस हजार दो सौ अठ्ठासी रुपए का संदेहास्पद तरीके से आहरण हुआ है।

इसके अलावा विभिन्न नियमविरुद्ध भुगतानों की वसूली योग्य राशि पन्द्रह लाख इक्कीस हजार रुपए तथा गबन की श्रेणी में ग्यारह लाख बीस हजार चार सौ अट्ठावन का लेनदेन हुआ है।

कुल मिलाकर चवालीस लाख चौवन हजार चार सौ इकतालीस रुपए का कुल गोलमाल जांच के दौरान सामने आया है। जांच दल के सदस्य पंचायत समन्वय अधिकारी टीकाराम कुमरे ने बताया कि सचिव अनिल वर्मा ने पंचायत के अभिलेखों का संधारण भी उचित रुप से नहीं किया गया जांच दल को संबधित राशि के बिल वाउचर संधारित नहीं थे तथा मांग करने पर भी उपलब्ध नहीं कराये गये। सचिव अपने कर्तव्यों के प्रति बेहद लापरवाह तथा उदासीन है। 


इनका कहना है- 

इस मामले में ग्राम पंचायत सचिव अनिल वर्मा से संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन उनका फोन बंद रहा। 
----------------------------------------


जांच प्रतिवेदन उच्च अधिकारियों को प्रेषित कर दिया गया है। कार्रवाई जिला पंचायत स्तर से ही की जाती है। 
- श्रीमति पूजा गुप्ता, सीईओ, जनपद पंचायत बनखेड़ी 
----------------------------------------

जांच प्रतिवेदन प्राप्त हुआ है नियमानुसार कार्रवाई की जायेगी।

- मनोज सरियाम, सीईओ जिला पंचायत होशंगाबाद

53
14673 views
  
4 shares