logo

अमर शहीद अशफाकउल्ला खान जी को कोटि कोटि नमन

 अमर शहीद अशफाकउल्लाह खान जी को जन्मदिन पर नमन ! पंडित रामप्रसाद बिस्मिल के इस छोटे भाई जैसे जाबांज साथी को अपनी ज़िंदगी की आखिरी रात तक बस इस बात का गिला रहा कि मादर ए वतन पर कुर्बान होने के लिए मैं एक ही बार पैदा हो सका ! हिन्द पर फ़िदा होने के लिए दूसरा जन्म मांगने की ख्वाहिश रखने वाले इस सितारे को सौ-सौ बार नमन ! स्वर्गीय अग्निवेश शुक्ल की अप्रतिम कविता का एक अंश हिंदुस्तान के इस प्यारे बेटे को सादर समर्पित...❤️🇮🇳🙏 "जाऊँगा खाली हाथ मगर ये दर्द साथ ही जायेगा, जाने किस दिन हिन्दोस्तान आज़ाद वतन कहलायेगा? बिस्मिल हिन्दू हैं कहते हैं "फिर आऊँगा,फिर आऊँगा, फिर आकर के ऐ भारतमाँ तुझको आज़ाद कराऊँगा". जी करता है मैं भी कह दूँ पर मजहब से बंध जाता हूँ, मैं मुसलमान हूँ पुनर्जन्म की बात नहीं कर पाता हूँ; हाँ ख़ुदा अगर मिल गया कहीं अपनी झोली फैला दूँगा, और जन्नत के बदले उससे एक पुनर्जन्म ही माँगूंगा...!”

निवेदक:-कुलदीपसिंहँ पुण्डीर जिलाउ पाध्यक्ष अनिल धारिया मंडल अध्यक्ष अशोक पुण्डीर मंत्री लक्ष्मी नारायण मीडिया प्रभारी भारतीय मानवधिकार सुरक्षा संगठन सहारनपुर

21
14650 views
  
2 shares