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गुलाब की तूफानी महक में भीगा बांसवाड़ा, 90 मिनट में 90 एमएम बारिश

बांसवाड़ा। एमजी अस्पताल के मेल वार्ड-एमसीएच विंग में पानी घुस गया। मोबाइल की टॉर्च जलाकर मरीज बैठे रहे। रात साढ़े आठ बजे माही बांध के दस गेट खोेले इस मानसून सीजन में अब तक की सबसे तेज बारिश सोमवार शाम 7 बजे हुई। शहर में 3 घंटे में 90 एमएम बारिश हुई। इस दौरान तेज हवा चलने से कई जगह पेड़ और बिजली के पोल गिर गए। इससे बिजली व्यवस्था ठप हो गई।

दिनभर गर्मी और उमस का अधिक असर होने के बाद शाम को बादल छा गए। गुलाब चक्रवात के असर से तेज तूफानी हवा चलने के साथ मूसलाधार बारिश का दौर प्रारंभ हुआ। इससे शहर के पाला रोड, उदयपुर राेड, दाहाेद राेड, पुराना बस स्टैंड के अलावा कई आवासीय कॉलोनियों में घुटनों तक पानी भर गया। वहीं क्रॉकरी मार्केट, महालक्ष्मी चाैक, कालिका माता, माेहन काॅलाेनी आदि क्षेत्राें में दुकानों के शटर तक पानी आ गया। रात में देबारी फीडर से बिजली सप्लाई कई घंटों तक बंद रही।

वहीं माही बांध के दस गेट सोमवार रात साढ़े आठ बजे खोले गए, लेकिन बांध पर बिजली सप्लाई बंद रहने से जनरेटर स्टार्ट करवा कर गेट ऑपरेशन का काम किया गया। इससे पहले दिन में गर्मी और उमस का असर बना रहा। दिन में अधिकतम तापमान 33 डिग्री और न्यूनतम 25 डिग्री रहा। दिन में अधिकतम अाद्रता 76 प्रतिशत रही और हवा की गति पिछले दिनों से 6 किलोमीटर कम होकर 8 किलोमीटर प्रति घंटा की दर से बनी रही। जिले में अब तक 779.50 एमएम बारिश का औसत रहा है। जबकि जिले में अब तक औसत 1000 एमएम बारिश होनी थी।

टूटे तार-खंभे, शहर में 7 घंटे बंद रही बिजली, सालिया में तार टूटने से 3 घंटे लगा रहा जाम। शहर की 8 कॉलोनियों और परतापुर के समीप सालिया गांव में बिजली के तार टूट गए। इससे डूंगरपुर मुख्य मार्ग करीब तीन घंटे तक जाम लगा रहा। पृथ्वीगंज इलाके में पेड़ गिरने से बिजली का तार और पोल गिरा। शहर की आठ कॉलोनियों में पांच घंटे तक बिजली बंद रही। इधर, बिजली कड़कने से एमजी अस्पताल के दरवाजों के कांच भी टूट गए।

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