चक्रवात 'गुलाब' का असर, कई राज्यों में भारी बारिश के आसार.
मौसम विभाग ने कई राज्यों में भारी बारिश के आसार जताए हैं। इस दौरान हवा की रफ्तार 95 किमी प्रति घंटा होने का अनुमान है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के दौरान देश के कई हिस्सों में भारी बारिश के आसार जताए हैं।
चक्रवाती तूफान 'गुलाब' को लेकर कई राज्यों में चेतावनी जारी की गई है और मछुआरों को समुद्र में नहीं उतरने की सलाह दी गई है। चक्रवात गुलाब का सर्वाधिक असर ओडिशा के दक्षिणी हिस्सों और आंध्र प्रदेश के उत्तरी क्षेत्रों में होने का अनुमान है, जिसे देखते हुए तटवर्ती इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया गया है और बचाव व राहत टीमों को तैनात कर दिया गया है।
इस दौरान हवा की रफ्तार 95 किलोमीटर प्रति घंटा होने का अनुमान है। चक्रवात 'गुलाब' को देखते हुए ओडिशा के सात जिलों में उच्च सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं।
संवेदनशील इलाकों में पहले ही बचाव दलों को तैनात किया गया है, जबकि निचले इलाकों से लोगों को सुरक्षित निकालने का काम भी किया गया। ओडिशा के गंजम जिले के चक्रवाती तूफान 'गुलाब' से सर्वाधिक प्रभावित होने की आशंका है, जिसे देखते हुए यहां 15 बचाव दलों को तैनात किया गया है।
यहां दमकल के 11 दलों, ओडिशा आपदा त्वरित कार्यबल (ODRAF) के छह दलों और NDRF के आठ दलों को भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा गया है।
भारी बारिश का अनुमान वहीं, आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम, विजयनगरम और श्रीकाकुलम जिलों में निचले इलाकों से लगभग 86,000 परिवारों को सुरक्षित राहत शिविरों में स्थानांतरित करने की योजना बनाई गई।
मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवात 'गुलाब' के असर से रविवार (26 सितंबर) को दक्षिण ओडिशा और उत्तरी आंध्र प्रदेश के तटीय क्षेत्रों में कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने और कुछ इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश होने का अनुमान है। ओडिशा के उत्तरी अंदरुनी इलाकों, तेलंगाना और छत्तीसगढ़ में भी रविवार को भारी बारिश को लेकर चेतावनी जारी की गई है।
साथ ही पश्चिम बंगाल के कुछ तटवर्ती इलकों में भी भारी बारिश का अनुमान है। मौसम विभाग की ओर से जारी चेतावनी के अनुसार, अगले तीन दिनों के दौरान समुद्र में ऊंची लहरें उठेंगी। इसे देखते हुए मछुआरों को 27 सितंबर तक बंगाल की खाड़ी के पूर्वी-मध्य और उत्तरपूर्वी क्षेत्र में समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है। :चक्रवात 'गुलाब' का असर, कई राज्यों में भारी बारिश के आसार, समुद्र में उठेंगी लहरें चक्रवात 'गुलाब' को देखते हुए मौसम विभाग ने कई राज्यों में भारी बारिश के आसार जताए हैं। इस दौरान हवा की रफ्तार 95 किमी प्रति घंटा होने का अनुमान है। विभाग ने अगले 24 घंटों के दौरान देश के कई हिस्सों में भारी बारिश के आसार जताए हैं। चक्रवाती तूफान 'गुलाब' को लेकर कई राज्यों में चेतावनी जारी की गई है और मछुआरों को समुद्र में नहीं उतरने की सलाह दी गई है। चक्रवात गुलाब का सर्वाधिक असर ओडिशा के दक्षिणी हिस्सों और आंध्र प्रदेश के उत्तरी क्षेत्रों में होने का अनुमान है, जिसे देखते हुए तटवर्ती इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया गया है और बचाव व राहत टीमों को तैनात कर दिया गया है। इस दौरान हवा की रफ्तार 95 किलोमीटर प्रति घंटा होने का अनुमान है। चक्रवात 'गुलाब' को देखते हुए ओडिशा के सात जिलों में उच्च सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। संवेदनशील इलाकों में पहले ही बचाव दलों को तैनात किया गया है, जबकि निचले इलाकों से लोगों को सुरक्षित निकालने का काम भी किया गया। ओडिशा के गंजम जिले के चक्रवाती तूफान 'गुलाब' से सर्वाधिक प्रभावित होने की आशंका है, जिसे देखते हुए यहां 15 बचाव दलों को तैनात किया गया है। यहां दमकल के 11 दलों, ओडिशा आपदा त्वरित कार्यबल (ODRAF) के छह दलों और NDRF के आठ दलों को भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा गया है। आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम, विजयनगरम और श्रीकाकुलम जिलों में निचले इलाकों से लगभग 86,000 परिवारों को सुरक्षित राहत शिविरों में स्थानांतरित करने की योजना बनाई गई। मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवात 'गुलाब' के असर से रविवार (26 सितंबर) को दक्षिण ओडिशा और उत्तरी आंध्र प्रदेश के तटीय क्षेत्रों में कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने और कुछ इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश होने का अनुमान है। ओडिशा के उत्तरी अंदरुनी इलाकों, तेलंगाना और छत्तीसगढ़ में भी रविवार को भारी बारिश को लेकर चेतावनी जारी की गई है। साथ ही पश्चिम बंगाल के कुछ तटवर्ती इलकों में भी भारी बारिश का अनुमान है। मौसम विभाग की ओर से जारी चेतावनी के अनुसार, अगले तीन दिनों के दौरान समुद्र में ऊंची लहरें उठेंगी। इसे देखते हुए मछुआरों को 27 सितंबर तक बंगाल की खाड़ी के पूर्वी-मध्य और उत्तरपूर्वी क्षेत्र में समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है। चक्रवात के 26 सितंबर की शाम तक कलिंगपत्तनम के आसपास विशाखापत्तनम और गोपालपुर के बीच उत्तर आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा तटों की ओर बढ़ने का अनुमान है। मौसम विभाग ने आगाह किया है कि चक्रवाती तूफान से प्रभावित जिलों में कई निचले इलाकों के डूब जाने का खतरा बना हुआ है। प्रभावित इलाकों की नदियों में भी उफान आ सकता है। साथ ही भूस्खलन को लेकर भी चेतावनी जारी की गई है। इसकी तीव्रता 'तितली' के समान ही होने की आशंका है, जिसने साल 2018 में राज्य में भीषण तबाही मचाई थी।