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वास्तविकता में भारत मां के सच्चे सपूत थे पं. दीन दयाल उपाध्याय : डॉ. महेंद्र सिंह

जलशक्ति मंत्री ने  नौरंगाबाद में जीटी रोड पर पं. दीन दयाल की स्मृति में बनाये गये श्री राम कृपा निवास द्वार का किया लोकार्पण

अलीगढ़(उप्र)। राष्ट्रवादी एवं अन्त्योदय की दीन दयाल उपाध्याय जी की 105वीं जयन्ती के अवसर पर जनपद पधारे प्रदेश के  जल शक्ति मंत्री डॉ. महेन्द्र सिंह द्वारा सर्वप्रथम पूर्ण विधि-विधान एवं पूजा अर्चना के पश्चात नौरंगाबाद में जी.टी. रोड पर पं. दीन दयाल की स्मृति में बनाये गये श्री राम कृपा निवास द्वार का फीता काटकर लोकार्पण किया। 

इस अवसर पर प्रदेश के वित्त एवं चिकित्सा शिक्षा राज्यमंत्री श्री संदीप सिंह,  सांसद श्री सतीश गौतम, विधायक श्री अनिल पाराशर, श्री संजीव राजा, एमएलसी डॉ. मानवेन्द्र प्रताप सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती विजय सिंह एवं अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। जी.टी. रोड पर द्वार के लोकार्पण के पश्चात मा0 मंत्री जी का काफिला श्री राम बैैंक्वेट हॉल की तरफ बढ़ा जहां उन्होंने सर्वप्रथम पं. दीनदयाल उपाध्याय जी के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलित एवं पुष्प अर्पित कर अपनी भावभीनी श्रद्धाजंलि अर्पित की। इसके पश्चात संघ, जनसंघ एवं भाजपा की गौरव यात्रा के साथ ही पं. दीन दयाल उपाध्याय के जीवन मूल्यों पर लगाई गयी चित्र प्रदर्शनी का बड़ी ही आत्मीयता से अवलोकन किया। 


 विधायक कोल श्री अनिल पाराशर द्वारा मंच पर मुख्य अतिथि प्रदेश के  मंत्री एवं राज्य मंत्री के साथ अन्य जनप्रतिनिधियों का स्वागत व सम्मान किया गया। प्रदेश के जलशक्ति मंत्री ने पं. दीनदयाल उपाध्याय जी के प्रति अपने श्रद्धा भाव व्यक्त करते हुए कहा कि वह वास्तविक रूप से भारत मॉ के सच्चे सुपुत्र थे और ऐसा व्यक्तित्व रोज-रोज पैदा नहीं होता। उन्होंने सबसे पहले अपने आदर्श स्वयं पर ही कठोरता से लागू किये और बाद में उनका प्रचार किया। उन्होंने हर हाथ को काम देने का अधिकार और हर खेत को पानी का अधिकार देने के साथ-साथ विकास का लाभ समाज के अंतिम छोर के व्यक्ति तक पहुॅचाने की बात कही और आज हमारी सरकार ने यह करके दिखा दिया है।

 उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री बाबूजी श्री कल्याण सिंह जी के सुशासन को याद करते हुए कहा कि कल्याण सिंह जी के पश्चात प्रदेश में पहली ऐसी सरकार का गठन आप लोगों द्वारा किया गया है जो पूरी ईमानदारी एवं पारदर्शिता से कार्य कर रही है। उन्होंने भारत के गौरवशाली इतिहास से युवाओं को परिचित कराते हुए कहा कि विश्व का पहला विश्वविद्यालय तक्षशिला, सबसे पुराना धर्म सनातन धर्म, योग, पुरानी पुस्तक वेद एवं उपनिषद है। आज पंडित जी के एकात्म मानववाद पर दुनियां भर में शोध हो रहा है। उन्होंने कहा कि हजारों वर्ष पहले इसी बृज के लाल श्री कृष्ण ने कुरूक्षेत्र में गीता का उपदेश दिया और कलयुग में जब दुनियां पंूजीवाद एवं सामंतवाद से त्रस्त थी तब एक बार फिर नगला चन्द्रभान के बृज के ही सुपुत्र ने दुनियां को एकात्म मानववाद का संदेश दिया। 

उन्होंने कहा कि महात्मा गॉधी जी ने ग्रामोदय, बिनोवा भावे जी ने सर्वोदय एवं पंडित जी ने अन्त्योदय का नारा दिया, इन सभी को समावेशित करते हुए हमारे  प्रधानमंत्री जी राष्ट्रोदय की भावना से कार्य करते हुए इन महापुरूषों के सपनों को साकार कर रहे हैं। उन्होंने भव्य कार्यक्रम के आयोजन के लिए मा0 विधायक श्री पाराशर जी को धन्यवाद दिया।

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